Akshata Murty's Net Worth: साल 2023 की पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद इंफोसिस के शेर में भारी ग‍िरावट देखी जा रही है. न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पर इंफोसिस एडीआर की कीमत 13.5 प्रतिशत तक गिर गईं और 15.33 डॉलर के इंट्राडे निचले स्तर पर पहुंच गईं. इस ह‍िसाब से यह 52 हफ्ते के न‍िचले से महज 4 प्रतिशत दूर है. पहली त‍िमाही के कमजोर नतीजों के बाद इंफोसिस का शेयर आज हफ्ते के आख‍िरी कारोबारी द‍िन दलाल स्ट्रीट पर लाल न‍िशान के साथ खुला.


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गुरुवार को 1448.85 रुपये पर बंद हुआ शेयर


भारतीय शेयर बाजार की शुरुआती ग‍िरावट के कुछ म‍िनट में ही 10 प्रतिशत का नुकसान हुआ. शुरुआती ग‍िरावट के बाद हालांक‍ि बाद में इंफोस‍िस का शेयर थोड़ा संभल गया. गुरुवार को यह शेयर 1448.85 रुपये पर बंद हुआ था. शुक्रवार दोपहर के समय इसे 122.70 रुपये की ग‍िरावट के साथ 1326.15 (8.47% की ग‍िरावट) रुपये के स्‍तर पर देखा गया. शुक्रवार के कारोबारी सत्र के दौरान यह एक समय 15 प्रत‍िशत तक ग‍िरकर 1,231.55 रुपये पर आ गया था. 


अक्षता मूर्ति की नेटवर्थ में भारी ग‍िरावट
इंफोसिस के शेयर में गिरावट के कारण पैसा गंवाने वाले इंफोसिस के शेयरधारकों की ल‍िस्‍ट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति भी शामिल हैं. ब्रिटेन की प्रथम महिला इंफोसिस के प्रमोटर में से एक हैं. वह इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी हैं. जनवरी से मार्च 2023 तिमाही के लिए इंफोसिस के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार, अक्षता मूर्ति के पास 3,89,57,096 इंफोसिस शेयर दिखाए गए हैं. यह कंपनी की कुल चुकता पूंजी का 1.07 प्रतिशत है.


शुक्रवार के कारोबार के दौरान दोपहर के समय इंफोसिस के प्रत‍ि शेयर में 122 रुपये की ग‍िरावट आई और अक्षता मूर्ति के पास इंफोसिस के 3,89,57,096 शेयर हैं. इस ह‍िसाब से दलाल स्ट्रीट पर शुक्रवार के सत्र में दोपहर 2 बजे तक शुद्ध घाटा लगभग ₹475 करोड़ (3,89,57,096 x ₹122) हो गया है.


इंफोसिस का पहली त‍िमाही का र‍िजल्‍ट
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सर्व‍िस कंपनी इंफोसिस ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजों की घोषणा की. इसमें कंपनी का शुद्ध लाभ 11 प्रतिशत बढ़कर ₹5,945 करोड़ हो गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह ₹5,360 करोड़ था. चुनौतीपूर्ण मांग के माहौल के बीच आईटी प्रमुख ने अपने वित्त वर्ष 2014 के राजस्व मार्गदर्शन को 4-7 प्रतिशत से घटाकर 1-3.5 प्रतिशत कर दिया.