PPF Account: हर पेरेंट्स को बच्चों के लिए यहां करना चाहिए निवेश, जानिए पीपीएफ खाता खुलवाने के हैं क्या फायदे
PPF For Minor: सभी पेरेंट्स को अपने बच्चों के नाम पर पीपीएफ अकाउंट जरूर खोलना चाहिए, क्योंकि इसके कई फायदे हैं. अगर 3 साल की उम्र में बच्चे का पीपीएफ अकाउंट खोलते हैं तो जब उसके 18 साल तक होने तक यह मैच्योर हो जाएगा.
PPF Account Benefits: पीपीएफ में आपको गारंटीड और टैक्स फ्री रिटर्न मिलता है. पब्लिक प्रविडेंट (PPF) एक छोटी बचत योजना (Small Savings Scheme) है, जिसमें पिछले कुछ दशकों से निवेशक बहुत ज्यादा भरोसा जता रहे हैं. आप अपने नाम पर तो खाता खोले ही साथ ही आप अपने बच्चे के नाम पर भी अकाउंट खोल सकते हैं. आइए जानते हैं बच्चे के नाम पर पीपीएफ अकाउंट खुलवाने के क्या फायदे हैं.
आप अपने नाबालिग बच्चे के नाम पर पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं. इस अकाउंट के आप सिर्फ गार्जियन रहेंगे. इस बात का ध्यान रखें कि मां या फिर पिता दोनों पेरेंट्स में से कोई एक ही अपने किसी बच्चे के साथ पीपीएफ खाता खुलवा सकते हैं. अगर दादा-दादी बच्चे के कानूनी अभिभावक हो तो मां-पिता की मौत के बाद दादा-दादी बच्चों के लिए पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं.
15 साल का लॉक इन पीरियड
आपका बच्चा एडल्ट होगा तो वह अकाउंट को आॉपेरट करेगा. उसके बालिग होते ही पैसे जमा करने या निकालने के लिए उसके साइन लगेंगे. वह इसे 5 साल के लिए आगे बढ़ा सकता है. उसके लिए 15 साल के लॉक इन पीरियड का झंझट नहीं होगा.
ब्याज दर में लंबे समय से नहीं हुआ बदलाव
पीपीएफ में ब्याज दर फिक्स नहीं है. यह 10 साल की अवधि वाले सरकारी बॉन्ड यील्ड से जुड़ी होती है. सरकार अपनी सिक्योरिटीज पर मिले यील्ड (रिटर्न) के आधार पर हर तिमाही पीपीएफ के लिए ब्याज दर निर्धारित करती है. अभी ब्याज दर 7.10 फीसदी है. लंबे समय से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है.
सभी खातों पर अधिकतम निवेश की रकम
अकाउंट ऐक्टिव रखने के लिए सालाना कम-से-कम 500 रुपये अकाउंट में जमा करने होंगे. वहीं, एक फाइनेंशियल ईयर में अधिकतम 1.5 लाख जमा कर सकते हैं. एक साल में आप अपने और अपने बच्चे के अकाउंट में कुल मिलाकर 1.5 लाख रुपये का ही निवेश कर सकते हैं. अगर आपने वार्षिक सीमा से ज्यादा की रकम अकाउंट में डाली तो अतिरिक्त रकम पर ब्याज नहीं मिलेगा और नहीं इस पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट ही ले पाएंगे. यह रकम आपको बिना ब्याज के लौटा दी जाएगी.
इस स्थिति में कर सकते हैं खाता बंद
आप अपने पीपीएफ अकाउंट पर लोन लेने के साथ ही जमा रकम में से कुछ हिस्सा निकाल भी सकते हैं. अब मैच्योरिटी से पहले पीपीएफ अकाउंट क्लोज कर सकते हैं, इसके लिए न्यूनतम पांच साल पूरे होने के बाद कुछ मामलों जैसे निवेशक या उसके जीवनसाथी, बच्चे या पेरेंट्स की गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए, निवेशक को हायर एजुकेशन के लिए इसकी मंजूरी दी जा सकती है.