Muzaffarpur News: न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला एक छात्र 5 घंटे के लिए करोड़पति बन गया, उसे अंदाजा भी नहीं था कि उसके अकाउंट में हजार-दो हजार नहीं बल्कि 87 करोड़ 65 लाख रुपए हैं. जब उसने अपने अकाउंट में इतना पैसा देखा, तो वह हैरान रह गया. दरअसल, मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के चंदन पट्टी के निवासी सैफ अली अपने निजी काम के लिए साइबर कैफे पहुंचे थे, जहां उन्हें 500 रुपए निकालने थे. जब उन्होंने साइबर कैफे में अपने अकाउंट का बैलेंस चेक कराया, तो उसमें 87 करोड़ 65 लाख रुपए दिखाई दिए. यह देखकर साइबर कैफे वाला और सैफ अली दोनों हैरान रह गए, उन्हें लगा कि कहीं कोई गलती हुई है. उन्होंने फिर से बैलेंस चेक किया, तो वही रकम फिर से दिखाई दी. इसके बाद सैफ अली ने यह बात अपनी मां को बताई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: दिनदहाड़े गमला लेकर भागीं 'आंटी', CCTV में कैद, वीडियो देख लोग बोले- आखिर ये किसकी मां हैं?


9वीं छात्र 5 घंटे के लिए बना 87 करोड़ का मालिक


सैफ 9वीं का छात्र है उसको यह घटना समझ में नहीं आ रही थी. फिर, उसकी मां ने यह बात गांव के एक लड़के को बताई. जब सैफ बैंक स्टेटमेंट के लिए सीएसपी (Customer Service Point) गया, तब तक अकाउंट से 87 करोड़ 65 लाख रुपए वापस हो चुके थे और खाते में केवल 532 रुपए का बैलेंस दिखाई दे रहा था. इसके बाद, बैंक ने उसका खाता फ्रीज कर दिया. जब सैफ ने बैंक में जाकर इस मामले की जानकारी दी, तो उसकी पुष्टि हुई कि 87 करोड़ 65 लाख रुपए 5 घंटे के भीतर ही अकाउंट से हटा दिए गए थे.


छात्र के अकाउंट में इतनी बड़ी राशि कैसे आई, कोई जानकारी नहीं


हालांकि, इस मामले में सैफ या उसके परिजनों ने अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत नहीं की है, लेकिन पैसे किसने और कहां से भेजे, इसका पता नहीं चल सका है. उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक इस मामले की जांच कर रही है कि आखिर एक छात्र के अकाउंट में इतनी बड़ी राशि कैसे आई.


ये भी पढ़ें: सुबह 5 बजे उठने का कोई मतलब नहीं! IIT बॉम्बे से पढ़े करोड़पति की राय ने इंटरनेट पर छिड़ी बहस!
 


साइबर डीएसपी सीमा देवी ने क्या बताई


साइबर डीएसपी सीमा देवी ने लोकल 18 से फोन पर बातचीत में बताया कि ऐसे केस अक्सर सामने आते हैं, और संभव है कि छात्र के अकाउंट का इस्तेमाल साइबर फ्रॉड ने किया गया हो, जिससे पैसे उसके अकाउंट में जमा हो गए होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक सैफ या उसके परिवार की तरफ से साइबर थाने में कोई आवेदन नहीं किया गया है. यदि मामला सामने आता है, तो साइबर पुलिस इसकी जांच करेगी.