नई दिल्ली : महाराष्ट्र में दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है. महाराष्ट्र के पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ में खेत में परिवार सो रहा था. उसी वक्त तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया. तेंदुआ बच्चे को उठाकर ले जाने की फिराक में था. लेकिन मां ने तेंदुए का डटकर सामना किया और खुद की जान दांव पर लगाकर बच्चे की जान बचाई. मां की ममता के साथ उसके साहस की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है.


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पुणे जिले के जुन्नार तालुका का है मामला
महाराष्ट्र के पुणे जिले में अदम्य साहस का परिचय देते हुए गन्ना कामगार और उसके पति ने अपने अबोध शिशु को तेंदुए के चंगुल से बचाया. यह घटना पुणे जिले के जुन्नार तालुका में ढोलवाड गांव में गुरुवार रात को हुई, जब गन्ने के खेत के नजदीक दंपत्ति और उनका 18 महीने का बच्चा सो रहा था. बच्चे की मां दीपाली माली ने बताया, 'रात में जब हम सो रहे थे तब तेंदुए ने मेरे बेटे ज्ञानेश्वर को सिर से पकड़कर खींचना शुरू किया. हलचल को देखते ही मैं और मेरे पति जाग गये और अपने बेटे को बचाने की कोशिश की.'


अस्तपाल में चल रहा है बच्चे का इलाज
दीपाली ने अपने बेटे के पैर पकड़ लिए और उसके पति ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया. साथ ही वह तेंदुए पर प्रहार भी कर रहा था. इसके बाद मदद के लिए लोगों के वहां पहुंचने पर तेंदुआ भाग गया. तेंदुए के हमले में ज्ञानेश्वर चेहरे एवं एक आंख में चोट आयी है. उन्होंने बताया, 'बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है.'


(इनपुटःPTI)