19 साल के भारतीय लड़के ने ChatGPT के मालिक से मिलकर कही ऐसी-ऐसी बात, फंड में दे दिए 19 करोड़
OpenAI Sam Altman: कंपनी इंड्यूस्ड एआई के दो युवा क्रिएटर्स में से एक आर्यन शर्मा ने खुलासा किया कि कैसे वह ऑल्टमैन जैसे इंवेस्टर तक पहुंचने में कामयाब रहे. उन्होंने कोडिंग और एआई के लिए अपने शुरुआती अट्रैक्शन के बारे में भी जिक्र किया.
दो भारतीय लड़के ओपनएआई (OpenAI) के को-फाउंडर सैम ऑल्टमैन (Sam Altman) को अपने बिजनेस में लाखों डॉलर का निवेश करने के लिए मनाने में कामयाब रहे. कंपनी इंड्यूस्ड एआई के दो युवा क्रिएटर्स में से एक आर्यन शर्मा ने खुलासा किया कि कैसे वह ऑल्टमैन जैसे इंवेस्टर तक पहुंचने में कामयाब रहे. उन्होंने कोडिंग और एआई के लिए अपने शुरुआती अट्रैक्शन के बारे में भी जिक्र किया.
ओवरपॉवरड पर एक पॉडकास्ट के दौरान आर्यन शर्मा ने खुलासा किया कि उन्होंने टेक्नोलॉजी की दुनिया में संपर्क बनाने की शुरुआत कोल्ड आउटरीच से की थी. उन्होंने बताया कि उन्होंने 14 साल की उम्र से ही मार्गदर्शन के लिए प्रमुख हस्तियों को ईमेल भेजे थे. आर्यन शर्मा ने दावा किया कि उनमें से कुछ लोगों ने उनसे उन्हें ईमेल भेजना बंद करने के लिए भी कहा. पॉडकास्ट ओवरपावर्ड पर एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया कि कैसे वह सैम ऑल्टमैन से मिले, कैसे उन्होंने उन्हें फंडिंग के लिए राजी किया और कैसे पीक XV, डैनियल ग्रॉस और नेट फ्रीडमैन उनके स्टार्ट-अप के साथ आए.
कैसे हुई आर्यन की ऑल्टमैन से मुलाकात
आर्यन ने बताया कि उन्होंने और आयुष पाठक (को-फाउंडर इंड्यूस्ड एआई) दोनों ने पैसे बचाए और यात्राओं के लिए सैन फ्रांसिस्को गए. फिर वे दोस्तों के साथ रहते थे और इवेंट्स में जाते थे जहां वे ऑल्टमैन जैसे लोगों को देखते थे. दोनों ने एक नेटवर्क बनाने और एआई इकोसिस्टम में इन्फ्लुएंसर लोगों के संपर्क में रहने में काफी समय बिताया, जिसके बाद आर्यन ने खुलासा किया कि वह आखिरकार ऑल्टमैन से मिलने में कामयाब रहे.
जब दोनों लड़के ऑल्टमैन से मिले
जब आर्यन शर्मा ऑल्टमैन से मिले, तो उन्होंने कहा कि वह उनके सेक्रेटरी बनने के इच्छुक हैं, ताकि वे उनसे और ओपनएआई से सीख सकें. मीटिंग के बाद उन्होंने कॉन्टैक्ट में रहने का फैसला किया. आर्यन शर्मा और आयुष पाठक दोनों अपने नए एआई प्लेटफॉर्म, इंड्यूस्ड एआई के फंडिंग राउंड के दौरान ऑल्टमैन के पास पहुंचे. इंड्यूस्ड एआई में एक ब्राउजर होता है जो टास्क को पूरा करने के लिए एआई एजेंट का उपयोग करता है. कंपनी का दावा है कि AI कर्मचारी आपके ब्राउजर टास्क को स्वचालित कर देंगे. कंपनी के अनुसार, AI पूरी तरह से क्लाउड-बेस्ड है, यही कारण है कि यह मशीन पर अन्य टास्क में बाधा नहीं डालेगा.