Shocking News: अलवर के नौगांवा थाना क्षेत्र के कोटाकला गांव से 48 साल का व्यक्ति उन्नस ट्राई साइकिल से मिनी सचिवालय पहुंचा. यहां रोता-बिलखता हुआ वह व्यक्ति बोला कि उसका मूल गांव भरतपुर डीग में पाडला है. 25 साल पहले उसने कोटाकला गांव जाहिदा से शादी की थी, जिसकी पहले से एक लड़की भी थी. फिर भी उसके साथ ससुराल कोटकला में रहने लग गया था. साल 2017 में एक एक्सिडेंट में उसके पैर कट गए. उससे पहले अच्छा पैसा कमाकर जमीन भी खरीदी थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक्सिडेंट में पैर कटने के बाद पत्नी ने छोड़ा साथ


दुर्घटना में पैर कटने के बाद अब पत्नी अपने पति को साथ रखना नहीं चाहती है. उसके बेटे भी है, वे भी उसके पत्नी के अनुसार चलते हैं. अब उसने उसे धक्के मार कर निकाला. यह पीड़ा लेकर पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचा, लेकिन अभी कोई सुन नहीं रहा है. शख्स ने बोला- 10 दिन पहले नौगांवा थाने में शिकायत दी थी कि उसे घर से बेघर किया जाने लगा है. पत्नी पर मारपीट करने के आरोप लगाए. खुद के बेटे भी साथ नहीं दे रहे हैं.


भाइयों के साथ मिलकर पत्नी ने बेची जमीन


दिव्यांग पति का आरोप है कि खुद का गांव छोड़कर पत्नी के साथ उसके पिहर में रह रहा था. जब तक कमाता रहा तब तक सब ठीक था. एक्सीडेंट के बाद उसे क्लेम के 14 लाख रुपए मिले, उसे भी हड़प लिया गया. जो जमीन खरीदी वह पत्नी के नाम करा दी थी, उसे भी भाइयों के साथ मिलकर बेच दिया गया. अब पत्नी मन चाहे जहां रहती है. उसका कहना है कि वह अपना हक चाहता है जो पैसा दिया उसे वापस दिलाया जाए. ताकि वह अपने मूल गांव लौट सके.