Welcome Generation Beta: साल 2025 से 2039 के बीच जन्मे बच्चों को जनरेशन बीटा कहा जाएगा. इस पीढ़ी का अनुमान है कि 2035 तक ये पूरी दुनिया की आबादी का 16 प्रतिशत हिस्सा बन जाएंगे.
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Generation Beta: दुनिया में समय के साथ नई पीढ़ियां आती रहती हैं, और इन पीढ़ियों को पहचानने के लिए उन्हें अलग-अलग नाम दिए जाते हैं. इससे उनके बारे में बात करना और समझना आसान हो जाता है. जैसे आपने जनरेशन Z (Gen Z) और अल्फा जेनरेशन (Gen Alpha) के बारे में सुना होगा. जनरेशन Z वे लोग होते हैं, जो 1997 से 2012 के बीच जन्मे हैं, जबकि अल्फा जेनरेशन वे लोग हैं, जो 2013 और उसके बाद जन्मे हैं. इन पीढ़ियों के साथ जीवन के अनुभव, तकनीक और समाज में बदलावों का असर भी देखा जाता है.
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नए साल में होगी जेन बीटी की एंट्री
अब ठीक उसी तरह अब 1 जनवरी 2025 की सबसे नई जनसांख्यिकीय आबादी, जेनरेशन बीटा इस दुनिया में एंट्री लेने के लिए तैयार है. सोशल रिसर्चर मार्क मैक्रिंडल के अनुसार, साल 2025 से 2039 के बीच पैदा हुए बच्चों से मिलकर बने इस ग्रुप को 2035 तक पूरी दुनिया की आबादी का 16 प्रतिशत हिस्सा बनने की उम्मीद है. इसमें से कई बच्चे 22वीं सदी की शुरुआत भी देख सकते हैं. साल 2025 से पैदा होने वाली पीढ़ी को जेनरेशन बीटा (Generation Beta) कहा जा रहा है. सीधे शब्दों में कहें, तो जेनरेशन बीटा एक नई पीढ़ी है, जो अब नए साल के साथ शुरू हो रही है.
स्मार्टफोन और डिजिटल दुनिया में पलेंगे "बीटा किड्स"
साल 2025 में जिन बच्चों का जन्म होगा, उन्हें "बीटा किड्स" कहा जाएगा. ये बच्चे उस समय में बड़े होंगे जब तकनीक हर जगह एक अहम भूमिका निभा रही होगी. जैसे पहले लोग किताबें पढ़ते थे, अब बच्चे से लेकर बड़े तक सब कुछ स्मार्टफोन पर करते हैं. अनुमान है कि जेनरेशन बीटा के बच्चे बड़े होकर ऐसी दुनिया में रहेंगे, जहां गाड़ियां खुद चलेंगी, हमारी सेहत का ख्याल रखने के लिए खास तरह के कपड़े होंगे और हम कंप्यूटर से बनी दुनिया में घूम सकेंगे. यानी ये बच्चे एक ऐसी दुनिया में रहेंगे जहां टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी का बहुत बड़ा हिस्सा बन जाएगी.
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AI और मशीनों से घिरी दुनिया में बड़े होंगे 2025 के बच्चे
मैकक्रिंडल अपने ब्लॅाग में पोस्ट करते हुए बताते हैं कि जनरेशन अल्फा स्मार्टफोन, कंप्यूटर और रोबोट जैसे स्मार्ट डिवाइस के साथ बड़ी हो रही है, लेकिन जो बच्चे 2025 में पैदा होंगे, उनके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीनें हर जगह होंगी. यह पीढ़ी तकनीक की दुनिया में पूरी तरह से घिरी होगी, जहां AI न केवल उनके दैनिक जीवन का हिस्सा बनेगा, बल्कि हर क्षेत्र जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, और कामकाजी जीवन में भी इसकी भूमिका अहम होगी.
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नई दुनिया में चुनौतियों का सामना करना होगा, जेन बीटा
2025 में जन्मे जेन बीटा बच्चे एक ऐसी दुनिया में रहेंगे, जहां तकनीकी चीजें जैसे स्मार्टफोन, कंप्यूटर और रोबोट उनके पास होंगी. लेकिन उन्हें धरती के बढ़ते तापमान, शहरीकरण और बढ़ती जनसंख्या जैसी बड़ी समस्याओं का सामना भी करना पड़ेगा. इन चुनौतियों से निपटने के लिए जेन बीटा को खुद को ढालने, होशियार और मिलनसार बनने की जरूरत होगी. उन्हें दूसरों की मदद करना भी सीखना होगा, ताकि वे समाज में बदलाव ला सकें.