Thai Massage: 20 साल की थाई सिंगर छयादा प्राओ-होम की अचानक मौत ने मसाज थेरपी के खतरों को लेकर चेतावनियां जारी कर दी हैं. छयादा अपने मो लाम सिंगिंग स्टाइल के लिए जानी जाती थीं. रविवार को थाईलैंड के उडोन थानी के एक अस्पताल के आईसीयू में छयादा का निधन हो गया. डॉक्टरों ने उनकी मौत का कारण सेप्सिमिया और मस्तिष्क में सूजन बताया.


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मसाज थेरपी से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं


छयादा पिछले कुछ हफ्तों से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने उनकी मौत की वजह को तेज मसाज सेशन से जोड़ा, हालांकि सही कारण का पता लगाने के लिए शव परीक्षण की आवश्यकता है. छयादा ने अपनी बीमारी के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी. उन्होंने बताया कि उनकी तबियत तब बिगड़ी जब उन्होंने एक ही मसाज पार्लर में तीन सेश किए. इन सेशन के दौरान गर्दन को मोड़ने और कड़े तरीके से मसाज करने से वह बिस्तर पर आ गईं. शरीर में चोटें और सूजन कई दिनों तक बनी रही, और तीसरे सेशन के बाद उन्हें शरीर में सुन्न होने का अनुभव हुआ.


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सोशल मीडिया पर चेतावनी


अपनी आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट में छयादा ने अपनी रीढ़ की हड्डी का एक्स-रे भी शेयर किया था. उन्होंने अपने फॉलोअर्स को अनियमित मसाज थेरपी के जोखिमों के बारे में चेतावनी दी थी. थाईलैंड के मेडिकल प्रोफेशनल्स अब कुछ मसाज तकनीकों, खासकर गर्दन से जुड़ी तकनीकों पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि गर्दन में महत्वपूर्ण रक्तवाहिका (कैरोटिड आर्टरी) होती है, और इस पर अत्यधिक दबाव डालने से स्ट्रोक या मस्तिष्क की चोट हो सकती है.


डॉ. अपिचाई लिमपकर्णजनारत ने छयादा के लक्षणों की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि उनके लक्षण जैसे सुन्न होना और ट्रांसवर्स मायलाइटिस मसाज से संबंधित थे. उन्होंने इस घटना को एक चेतावनी के रूप में देखा और कहा कि यह उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है जो बिना किसी पेशेवर मार्गदर्शन के मसाज कराने जाते हैं.


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अन्य मौतें और मसाज थेरपी के खतरे


छयादा की मौत एकमात्र घटना नहीं है. बीते शनिवार को एक 52 वर्षीय सिंगापुर के व्यक्ति की भी फुकेत में 45 मिनट की तेल मसाज के दौरान सांस लेने में कठिनाई के कारण मौत हो गई. इन घटनाओं ने मसाज थेरपी के खतरों को और भी उजागर किया है, खासकर जब मसाज तकनीकें तीव्र या गलत तरीके से की जाती हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को प्रमाणित मसाज थेरपिस्ट से ही मसाज करानी चाहिए और आक्रामक तकनीकों से बचना चाहिए.


सुरक्षा पर जोर


छयादा की मौत ने थाईलैंड में एक बड़ा सदमा पहुंचाया है, और उनके फैंस तथा फॉलोअर्स उनके निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं. उनकी इस दर्दनाक मौत ने मसाज थेरपी के खतरों को लेकर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता को बढ़ा दिया है. अब इस मामले पर चर्चा की जा रही है कि मसाज इंडस्ट्री में सख्त नियम लागू किए जाएं ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.