Humanzee Unseen Picture:  शायद आप ओलिवर नाम के चिंपैंजी को नहीं जानते होंगे, लेकिन उसकी कुछ अनदेखी तस्वीरों को देखने के बाद आप भी उसे जानने के लिए उत्सुक हो जाएंगे. उसे "ह्यूमनजी" भी कहा जाता था क्योंकि उसकी हरकतें और शक्ल इंसानों से मिलते-जुलते थे. वो बाकी चिंपैंजियों जैसा नहीं दिखता था, उसमें कुछ खास बातें थीं. कभी उसे इंसानों और बाकी जानवरों के बीच की "मिसिंग लिंक" माना जाता था. ओलिवर आज भी इंटरनेट पर चर्चा का विषय बना हुआ है. हाल ही में उसकी कुछ तस्वीरें फिर से सामने आईं, जिन्हें देखकर लोग घबरा गए क्योंकि ओलिवर इंसानों जैसा बहुत ज्यादा दिखता था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: बाहर बहुत धूप है ब्रो, घर के अंदर बैठकर ही ढूंढकर दिखाओ 81 नंबर


कांगो से उठाकर लाया गया था प्राइमेट


प्राइमरिली प्राइमेट्स (Primarily Primates) नाम की संस्था बताती है कि चलने का उसका असामान्य तरीका ही था जिसने हमेशा के लिए ओलिवर की जिंदगी बदल दी. वो एक शांत स्वभाव का चिंपैंजी था जो दूसरे चिंपैंजियों में भी दयालुता जगा देता था. जब वो छोटा था, तब उसे उसके परिवार से चुरा लिया गया था. डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में पकड़े जाने के बाद 1970 में उसे फ्रैंक और जेनेट बर्गर नाम के ट्रेनरों ने अपने पास रखा. बर्गर कपल कई जानवरों के साथ मिलकर एक मनोरंजन का कार्यक्रम चलाते थे और वो अलग-अलग जगहों पर परफॉर्म किया करते थे.


यह भी पढ़ें: मैं ना जाऊं टॉयलेट में... जब अंदर से निकल आया कोबरा तो अटक गई शख्स की सांसें, देखें Video


 



 


हरकतें बिल्कुल इंसानों वाली


उन्होंने ओलिवर को सिर्फ 4 महीने के बच्चे के रूप में फ्रैंक के भाई से खरीदा था जिसने उसे कांगो से लाया था. जेनेट बर्गन ने मीडिया को बताया कि ओलिवर उनके बाकी चिम्पैंजियों से बहुत अलग था और उनसे दूर ही रहता था. जेनेट ने कहा, "वो काम भी कर सकता था. वो ठेला ले जाकर घोड़ों के रहने की जगह से घास निकाल सकता था. और जब कुत्तों को खाना खिलाने का वक्त होता था, तो वो बर्तन ले आता था और मेरे लिए कुत्तों का खाना मिलाता था. रात को बैठकर झपकी लेना और टीवी देखना उसे अच्छा लगता था. वो खुद के लिए एक गिलास व्हिस्की लेता था, उसमें थोड़ा सा सेवन-अप मिलाता था, उसे घुमाता था और फिर पीता था. सोने से पहले वो कभी-कभी कुछ बीयर पी लेता था और सिगार भी पीता था."