वर्दी पर नेमप्लेट काहे नहीं लगाए? जनता ने सवाल पूछा तो कैमरे के सामने मारा जोरदार थप्पड़; Video
Nameplates On UP Police Uniforms: एक व्यक्ति ने एक पुलिसकर्मी को देखा जो अपना नाम बैज नहीं पहने हुए था, तो उसने इसके बारे में पूछा. जो कुछ हुआ, वह चौंकाने वाला और अनएक्सपेक्टेड था. पुलिसकर्मी ने पत्रकार को थप्पड़ मारा और उसे गाली दी.
UP Police Nameplate Case: भारतीय पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान अपना नाम और पद दर्शाता बैज पहनना अनिवार्य होता है. ऐसा करने से जवाबदेही, जनता का विश्वास और पहचान बढ़ती है. इसलिए, जब एक व्यक्ति ने एक पुलिसकर्मी को देखा जो अपना नाम बैज नहीं पहने हुए था, तो उसने इसके बारे में पूछा. जो कुछ हुआ, वह चौंकाने वाला और अनएक्सपेक्टेड था. पुलिसकर्मी ने पत्रकार को थप्पड़ मारा और उसे गाली दी.
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एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किए गए वीडियो के साथ एक कैप्शन भी लिखा गया. कैप्शन में लिखा, "साहब से नेम प्लेट के बारे में पूछा तो कान पर पड़ा जोरदार कंटाप. मामला जौनपुर के सुरेरी थाना क्षेत्र का है."
वीडियो की शुरुआत में एक आदमी पुलिस वाले से उसका नाम का बैज मांगता हुआ दिखाई देता है और पूछता है कि क्या उसे इसे पहनने का अधिकार नहीं है. इस पर पुलिसकर्मी जवाब देता है कि उसे इसे पहनने का पूरा अधिकार है. फिर आगे बढ़ते हुए शख्स ने यह पूछा, "नाम का पट्टा क्यों नहीं लगाया, ऐसे हम कैसे मानेंगे. (यानी आप नेमप्लेट क्यों नहीं लगा रहे हैं? इस तरह हम आप पर कैसे भरोसा करें?"
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फिर कैमरा दूसरे पुलिसकर्मी पर जाता है जो अपना नाम का बैज दिखाता है. आदमी फिर से पूछता है कि पहला पुलिसकर्मी नाम का बैज क्यों नहीं लगा रहा है और स्पष्टीकरण मांगता है. इसी दौरान, पुलिसकर्मी अपना आपा खो देता है, उस आदमी को थप्पड़ मार देता है और उसे गाली देना शुरू कर देता है. जी न्यूज ये सत्यापित नहीं कर सकता कि वीडियो कब या कहां रिकॉर्ड किया गया था. वीडियो देखने के बाद एक व्यक्ति ने कहा, "पत्रकार के सवाल का जवाब देने के लिए उस पर हमला करने वाले पुलिस वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए."
दूसरे ने कहा, "क्या पुलिस को हाथ उठाने का अधिकार है? अगर यह अज्ञानी लोगों का एक पत्रकार के प्रति यह रवैया है, तो आम जनता का क्या होगा? यह सोचने का विषय है. उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए. वे विष्णु अवतार नहीं हैं जो किसी पर भी हाथ उठा देंगे."