Bilawal Bhutto: कनाडा से तनाव के बीच PAK को मिला मौका, बिलावल भुट्टो के भारत को लेकर बिगड़े बोल
Bilawal Bhutto on Nijjar killing: भारत और कनाडा के बीच हुए तनाव को पाकिस्तान और भड़काना चाह रहा है. बिलावल भुट्टो जरदारी ने कनाडा के पीएम ट्रूडो के कथित आरोपों को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगला है. भुट्टो ने भारत विरोधी एजेंडा चलाते हुए हिंदू आतंकवाद का जिक्र करते हुए कश्मीर को लेकर पुराना प्रोपेगेंडा दोहराया है.
Pakistan on India Canada Tension: भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव चरम पर है. इस बीच पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत के खिलाफ जहर उगला है. दरअसल एक खालिस्तानी आतंकी के मर्डर के केस में कनाडा सरकार ने भारत पर बड़ा आरोप लगाते हुए भारतीय राजदूत पवन कुमार राय को देश छोड़ने का आदेश दिया. जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत ने भी कनाडा के राजदूत को भारत छोड़ने का आदेश दिया है. इस पूरे घटनाक्रम में पाकिस्तान अपने लिए मौका देख रहा है. वो भारत और कनाडा के बीच हुए तनाव की आग में घी डालते हुए अपना प्रोपेगेंडा चला रहा है.
भुट्टो के बिगड़े बोल
भारत -कनाडा के इसी राजनयिक संकट के बीच बिलावल भुट्टो ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यह स्वीकार करने का समय आ गया है कि भारत एक हिंदुत्ववादी आतंकी राज्य बन गया है. कंगाली की कगार पर खड़े मुल्क के नेता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सलाह देते हुए कहा है कि पश्चिम के देश भारत के इस किस्म के कृत्य को कब तक नजरअंदाज करते रहेंगे?
भारत के खिलाफ जहर उगलते समय भुट्टो यहीं नहीं रुके आगे उन्होंने ये भी कहा, बिलावल भुट्टो जरदारी ने इसकी तुलना हिंदू आतंकवाद से कर दी है. उन्होंने भारत को एक हिंदू आतंकवादी देश घोषित करने की मांग की है.
भारत को अलग-थलग करने का सपना देख रहे भुट्टो
भुट्टो अपने मुल्क की बदहाली पर ध्यान देने के बजाए भारत-कनाडा के बीच नफरल फैलाकर अपनी सियासी रोटियां सेंक रहे हैं. पाकिस्तान खुद खालिस्तानी आतंकियों को फंडिंग करता है. अपनी हरकतें सुधारने के बजाए वो एंटी इंडिया एजेंडा और कश्मीर पर पाकिस्तान का पुराना प्रोपेगेंडा फैलाने वाला पैंतरा आजमा रहा है. जरदारी ने कहा कि देश के अंतरिम विदेश कार्यालय को इस प्रकरण पर ध्यान देना चाहिए और एक स्पष्ट बयान जारी करना चाहिए, ताकि भारत को अलग-थलग किया जा सके.
अमेरिका ने जताई चिंता
आपको बताते चलें कि कनाडाई पीएम ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ बताया है. जिसकी वजह से भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ा है. इस पूरे घटनाक्रम पर अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने चिंता जताई है. व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता ने कहा है कि अमेरिका खालिस्तान समर्थक नेता की हत्या में भारतीय सरकारी एजेंटों को शामिल होने के आरोपों में बेहद चिंतित हैं. वहीं ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि कनाडा के लगाए आरोप चिंताजनक हैं और हम इस जांच पर नजर बनाए हुए हैं.
कौन था निज्जर?
हरदीप सिंह निज्जर, एक खालिस्तानी आतंकी संगठन खालिस्तानी टाइगर फोर्स (Khalistani Tiger Force) का मुखिया था. ये संगठन भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित है. ये संगठन भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है. कुछ दिन पहले खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को 2 अज्ञात हत्यारों ने गोली मार दी थी. आतंकवादी निज्जर के संबंध एक और खालिस्तानी आतंकी संगठन SFJ यानी सिख फॉर जस्टिस (Sikh For Justice) के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू से भी थे.