नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के ननकाना साहिब गुरुद्वारे (Nankana Sahib Gurudwara) पर हुए हमले ने भारत की राजनीति में बवाल मचा दिया है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. शनिवार को बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि ननकाना साहिब पर हमले से पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब हुआ है. इस घटना के बाद सिद्धू कहां लापता हैं, क्या वो अभी भी आर्मी चीफ से गले मिलेंगे.


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उधर, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले पर कहा है कि ये कोई मुद्दा नहीं है. बैंगलुरू में गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि मुद्दा नागरिकता का है. गुलाम नबी के बयान पर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने पलटवार करते हुए कहा है कि पाकिस्तान में सिखों पर हमले हो रहे हैं और वो कहते हैं कि कोई मुद्दा ही नहीं है. हरसिमरत कौर ने कहा है कि भारत में जो चुप बैठे हैं उनकी पाकिस्तान से सांठगांठ है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सिख भी हमारे लोग हैं. वो भी हमें उतने ही प्यारे हैं जितने कि हिंदुस्तान के सिख. मगर कैप्टन सरकार चुप हैं. 


केंद्रीय मंत्री ने खालिस्तानी समर्थक गोपाल चावला (Gopal Chawla) पर हमला बोलते हुए कहा कि गोपाल चावला पाकिस्तान आर्मी के कितने नजदीक हैं ये किसी से छुपा नहीं है मगर कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान की भाषा क्यों बोल रही है. 


केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पाकिस्तान सरकार वहां के सिखों को डरा रही है. जो सिख वहां से जान बचा कर भारत आएंगे उनके बारे में कांग्रेस बताए की उनका क्या करना चाहिए. 


इस हमले को लेकर भारत में नाराजगी है. जल्द ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के 4 सदस्यों वाला प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान जाकर जायजा लेगा. प्रतिनिधिमंडल वहां जाकर सिख परिवारों से मिलेगा. वो पाकिस्तान के पंजाब के गवर्नर और मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेगा.