Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान में पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हंगामा मचा है. खान के समर्थक सड़कों पर हैं और हिंस विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला पूरे देश में जारी है. इस बीच कई विश्लेषक खान की गिरफ्तारी के पीछे चीनी कनेक्शन देख रहे हैं.


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चीनी विदेश मंत्री की पाकिस्तान यात्रा
दरअसल चीन के विदेश मंत्री किन गांग हाल ही में पाकिस्तान की यात्रा पर आए थे. इस दौरान उन्होंने एक ऐसा बयान दिया जो विवादों में घिर गया. पाकिस्तानी विश्लेषकों का कहना है कि चीन के विदेश मंत्री का यह बयान को पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में एक तरह का हस्तक्षेप है. उनके मुताबिक किसी देश के आंतरिक मामलों में हस्ततक्षेप करना चीन की नीति रही है.


क्या बयान दिया था चीनी विदेश मंत्री ने?
दरअसल विदेश मंत्री किन गांग ने कहा था, 'स्थिरता विकास का आधार है, एक पड़ोसी और मित्र के नाते हम पूरी ईमानदारी से आशा करते हैं कि पाकिस्तान में राजनीतिक ताकतें आम राय बनाएंगी और स्थिरता को बरकरार रखेंगी. साथ ही अधिक प्रभावी तरीके से घरेलू और विदेशी चुनौतियों का समाधान किया जाएगा.' यहां यह बात भी अहम है कि चीनी विदेश मंत्री के जाने के साथ ही पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ एक्शन शुरू हो गया.


शहबाज सरकार चीन के साथ चाहती है अच्छे संबंध
शहबाज शरीफ सरकार चीन के साथ संबंध बेहतर करने की पूरी कोशिश कर रही है. पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर हाल ही में चीन के अपने पहले दौरे पर गए थे. वहीं चीनी रक्षा मंत्री ने भी पाकिस्तान का दौरा किया था और सीपीईसी परियोजना में देरी पर नाखुशी जताई थी. चीन इस परियोजना को जल्द से जल्द आगे बढ़ाना चाहता है लेकिन इमरान खान की टकराव वाली राजनीति इसके बीच आ रही है.  


हाल ही में अमेरिकी खुफिया दस्तावेजों से बात सामने आई थी कि पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने अमेरिका के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने के लिए चीन के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी का त्याग करने के खिलाफ देश को आगाह किया था.