US-China Summit: अमेरिका के रिश्ते वर्तमान में चीन के साथ तल्ख नजर आ रहे हैं. इसकी वजह अमेरिकी इलाकों में चीन के फाइटर जेटों द्वारा उड़ान भरना है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को चीनी विमानों और जहाजों द्वारा अमेरिकी संपत्तियों के पास किए जाने वाले अभियानों को लेकर चिंता है. अभी पिछले महीने एक चीनी लड़ाकू विमान अमेरिकी वायु सेना के B-52 बमबार्डियर के 10 फीट के दायरे में आ गया था. ऐसे में अगर अमेरिकी विमान या जहाजों को कोई नुकसान पहुंचता है तो दोनों देशों के बीच काफी तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो सकती है.


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आपातकालीन लैंडिंग


बता दें कि साल 2001 में भी एक चीनी लड़ाकू विमान से टक्कर के बाद हैनान द्वीप पर एक अमेरिकी जासूसी विमान की आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी थी. ऐसे में अमेरिकी चालक दल को वापस करने के लिए कई दिनों की बातचीत हुई थी. अब जबकि, चीन कहीं अधिक आक्रामक और शक्तिशाली है तो ऐसी घटना और भी अधिक विस्फोटक साबित हो सकती है.


बाइडेन- जिनपिंग बैठक


गौरतलब है कि सैन फ्रांसिस्को के दक्षिण में राष्ट्रपति जो बाइडेन की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बुधवार को बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद बाइडेन को उम्मीद थी कि उन्होंने अमेरिकी और चीनी ताकतों द्वारा एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उत्पन्न जोखिमों को कम कर दिया है. जिसे वह अगले साल होने वाले चुनाव में भुना सकें. वहीं, शी को कम्युनिस्ट पार्टी में अपने घरेलू निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक बयान देने की आवश्यकता थी कि उनके पास आर्थिक संघर्ष के समय महत्वपूर्ण अमेरिकी संबंध नियंत्रण में हैं.


चीन ने दी चेतावनी


इस बैठक के बाद शी ने तर्क दिया था कि दुनिया अमेरिका और चीन के अस्तित्व के लिए काफी बड़ी है. वहीं, ये चेतावनी भी दी कि संयुक्त राज्य अमेरिका को चीन को दबाने या रोकने की योजना नहीं बनानी चाहिए. हालांकि, अमेरिकी और चीनी सेनाओं के बीच संपर्क फिर से स्थापित करने का समझौता इस साल बाइडेन का सबसे महत्वपूर्ण काम हो सकता है.