Beijing News: चीन को लेकर सोशल मीडिया पर किए जा रहे तरह-तरह के दावों के बीच यह जानकारी सामने आई है कि देश में 60% उड़ानें रोक दी गई हैं और रेल सेवा भी निलंबित कर दी गई है. हालांकि चीन सरकार की ओर से भी इस संबंध में कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया गया है. यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर गर्म है कि चीनी सेना तख्ता पलट की साजिश रच रही है.


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The Casulers ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘बीजिंग हवाई अड्डे ने 6,000 से अधिक घरेलू उड़ानें और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दीं. साथ ही, हाई-स्पीड रेल द्वारा बेचे जाने वाले सभी टिकटों को निलंबित कर दिया गया है  और रेल को अगली सूचना तक पूरी तरह से रोक दिया गया है.’


 



चीनी मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर ज़ेंग द्वारा ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करने के बाद इस तरह की रिपोर्टें सामने आईं. जेंग ने वीडियो शेयर करते हुए कहा, ‘पीएलए सैन्य वाहन 22 सितंबर को बीजिंग की ओर जाते हुए. बीजिंग के पास हुआनलाई काउंटी से शुरू होकर हेबेई प्रांत के झांगजियाकौ शहर तक यह पूरा काफिला 80 KM तक लंबा है.’


 



जेनिफर ने अपने पोस्ट में लिखा कि अफवाह है कि CCP के वरिष्ठों द्वारा जिनपिंग को PLA के प्रमुख के पद से हटाने के बाद गिरफ्तार कर लिया है. 


सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दावे
इसके बाद #XiJinping ट्विटर पर ट्रेंड होने लगा.  सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दावे किए जाने लगे. कई इंटरनेट यूजर्स ने दावा किया कि पीएलए ने सत्ता पर नियंत्रण कर लिया है. वहीं, कुछ लोगों ने तो ये भी कहा कि पीएलए ने जनरल ली क़ियाओमिंग (Li Qiaoming) को चीन का राष्ट्रपति बना दिया गया है.


इस बीच सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि 'सोशल मीडिया पर जो अफवाह फैलाई जा रही है उसकी जांच किए जाने की आवश्यकता है. क्या शी जिनपिंग बीजिंग में नजरबंद हैं? कहा जा रहा है कि जब शी हाल ही में समरकंद में थे, तब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने उन्हें सेना के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. फिर उन्हें नजरबंद किया गया. सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाह है, जिसकी जांच की जानी चाहिए.'


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