China Taiwan Conflict: चीन और ताइवान संकट लगातार बढ़ता जा रहा है और इसी के साथ युद्ध की आशंका भी बढ़ रही है. यह तनाव सिर्फ दो देशों के बीच का नहीं, बल्कि त्रिकोणीय है. इसमें तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण देश है अमेरिका, जो लगातार ताइवान का साथ देने की बात कह रहा है और उसके साथ की वजह से ही चीन ताइवान पर और आगबबूला हो रहा है. एक तरफ जहां चीन ताइवान को घेर रहा है और लगातार युद्धअभ्यास कर रहा है. वहीं दूसरी ओर अब अमेरिका भी युद्ध के खतरे को देखते हुए तैयारी में जुट गया है. हाल ही में अमेरिकी नौसेना में एक ऐसे हथियार को शामिल किया गया है जो पलभर में ही दुश्मनों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हाल ही में हुआ है शामिल


रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी नौसेना में पहली ऑपरेशनल एंटी-मिसाइल लेजर गन को शामिल किया गया है. लॉकहीड मार्टिन द्वारा डेवलप किए गए इस हथियार को हिलियॉस नाम दिया गया है. इस लेजर गन को अमेरिकी नौसेना के डेस्ट्रॉ यर यूएसएस प्रेबल पर इंस्टॉल किया गया है. अगर हिलियॉस के अर्थ पर बात करें तो इसका मतलब है हाय एनर्जी लेजर विद इंटीग्रेटेड ऑप्टिकल-डेजलर एंड सर्विलांस सिस्टम (High Energy Laser with Integrated Optical-dazzler and Surveillance (HELIOS) system). इसे अमेरिकी नौसेना के हर वॉरशिप पर इंस्टॉल किया जाएगा.


ये होंगी खासियतें


इसे बनाने वाले लॉकहीड मार्टिन ने बताया कि, भविष्य में यह हथियार सबकुछ बदल देगा. यह पलक झपकते ही क्रूज मिसाइल्से, ड्रोन और छोटी नावों को भी नष्ट कर सकता है. इस गन का वजन 60 किलोवॉट बताया गया है, लेकिन इसे 120 किलोवॉट तक अपग्रेड किया जा सकता है. अन्य लेजर हथियारों की तरह हिलियॉस लाइट रफ्तार के साथ कई टारगेट्स पर अटैक कर सकती है. इस लेजर गन से लॉन्गन रेंज बीम इंटलीजेंस व सर्विलांस जैसे काम भी लिए जा सकते हैं. कुल मिलाकर यह हथियार दुश्मनों को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है. 


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर