Pakistan News in Hindi: पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ का दावा है कि वे जल्द ही लंदन में डॉक्टर एस जयशंकर से कश्मीर पर बहस करेंगे. उनके इस दावे पर पाकिस्तानी हैरान हैं और कह रहे हैं कि तुमसे न हो पाएगा.
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India Pakistan News in Hindi: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को लेकर पाकिस्तान में एक दावा किया जा रहा है. दावा ये है कि पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ और डॉ. जयशंकर दोनों के बीच कश्मीर मुद्दे पर एक बहस होने वाली है. कहा ये भी गया कि ये बहस ना तो भारत में होगी और ना ही पाकिस्तान में बल्कि दोनों देशों से दूर इंग्लैंड में आयोजित की जाएगी. पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर डॉ जयशंकर से बहस के सपने क्यों देख रहे हैं..इस्लामाबाद से आई इस रिपोर्ट में जानिए.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने किया बहस का ऐलान
पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ने जयशंकर के साथ बहस का टीवी पर ऐलान कर दिया. दावा ये है कि पाकिस्तानी रक्षा मंत्री और भारत के विदेश मंत्री के बीच कश्मीर के मुद्दे पर सार्वजनिक डिबेट होगी.
सबसे पहले खबर की सच्चाई समझिए. ख्वाजा आसिफ का दावा है कि ऑक्सफोर्ड यूनियन में डिबेट के लिये उन्होंने हामी भर दी है और वो बहस के लिये रेडी हैं. अब पाकिस्तान में दो बातें हो रही हैं. पहला दावा ये है कि जयशंकर किसी पाकिस्तानी मिनिस्टर के साथ ऐसी बहस के लिए तैयार नहीं होंगे.
खुद पाकिस्तानी अपने मंत्री पर उठा रहे सवाल
इस्लामाबाद में पत्रकार और एक्सपर्ट्स इस बहस के होने पर ही सवाल उठा रहे हैं. ख्वाजा आसिफ पिछले 33 सालों से पाकिस्तान में सांसद और मिनिस्टर रहे हैं. विदेश मंत्री से लेकर पावर मिनिस्टर का पोर्टफोलियो संभाल चुके हैं. इतने सालों से ख्वाजा आसिफ को देख रहे पाकिस्तानियों को उनकी समझ और काबिलियत पर बिल्कुल भरोसा नहीं है.
पाकिस्तान में ख्वाजा को लेकर कॉन्फिडेंस कम है..इसकी एक वजह ये भी है कि ऑक्सफोर्ड यूनियन में दुनिया के बड़े-बड़े लीडर पहुंचते हैं और घंटों लंबे वाद-विवाद अंग्रेजी में होते हैं. वहीं पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ियों की तरह पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर की इंग्लिश भी कमजोर बताई जा रही है.
पाकिस्तानियों को जयशंकर से लगता है डर
पाकिस्तान के इतिहास में ख्वाजा आसिफ ने वो ऐलान किया, जिसका मौका दुनिया में बहुत कम लीडर्स को मिला है. आज से करीब एक साल पहले ख्वाजा आसिफ ने मंच से पाकिस्तान के दिवालिया होने की बात कबूल की थी.
अगर ये डिबेट हुई तो ऑक्सफोर्ड यूनियन में ख्वाजा आसिफ का मुकाबला जयंशकर से हो सकता है. जयशंकर ने 36 सालों तक विदेश विभाग में अपनी सेवाएं दी. अब वो विदेश मंत्री हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने पाकिस्तान के लिये जो बयान दिया था, उसे सुनकर इस्लामाबाद की सरकार के पैरों तले जमीन खिसक गई थी.
अमेरिका और चीन को भी दे चुके हैं जवाब
सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं जयशंकर दुनिया के मंचों पर खड़े होकर अमेरिका और चीन जैसी ताकतों को भी जवाब दे चुके हैं. वे जब अमेरिका और चीन को भी जवाब देने से नहीं चूकते तो फिर पाकिस्तान की क्या हैसियत है. हालांकि भारत सरकार ने आतंकवाद खत्म होने तक पाकिस्तान से किसी भी तरह की बातचीत बंद की हुई है. इसीलिए उम्मीद कम है कि जयशंकर और ख्वाजा आसिफ के बीच कोई बहस होगी.