Tirupati Prasadam row: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसाद में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल को लेकर खड़े हुए विवाद मामले में आंध्र प्रदेश सरकार ने बिल्कुल क्लियर कर दिया है कि इस मामले में वह किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं. सीबीआई से भी जांच कराई जा सकती है. जानें आंध्र प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश ने और क्या कहा.
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Nara Lokesh on Tirupati Prasadam row: तिरुपति मंदिर के प्रसाद वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कई राजनीतिक दल इस मुद्दे पर आक्रोश जता चुके हैं. इसी बीच आंध्र प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश ने तिरुपति लड्डू में मिलावट के मामले में बड़ा बयान दिया है, और कहा कि किसी को बक्शा नहीं जाएगा. शनिवार को मीडिया में बातचीत के दौरान कहा कि राज्य सरकार तिरुपति लड्डू में पशु चर्बी की कथित मिलावट के मामले में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी.
सीबीआई जांच का आदेश देने पर फैसला
लोकेश ने कहा कि एनडीडीबी प्रयोगशाला की रिपोर्ट ने आरोपों को तथ्यों में बदल दिया है. उन्होंने कहा कि नायडू इस विवाद की सीबीआई जांच का आदेश देने पर फैसला करेंगे. उन्होंने सीआईआई सम्मेलन के मौके पर 'पीटीआई वीडियो' से कहा, "एनडीडीबी की रिपोर्ट से स्पष्ट है कि मिलावट हुई है. रिपोर्ट स्पष्ट है, यह कोई आरोप नहीं है. चंद्रबाबू नायडू ने तथ्यों के साथ बात की. हम किसी को नहीं छोड़ेंगे और हम इस मुद्दे को सिर्फ सीबीआई जांच तक नहीं छोड़ेंगे."
सीएम ने लगाया था आरोप
हाल ही में राजग विधायक दल की बैठक के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर को भी नहीं छोड़ा और तिरुपति लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया है. जिसके बाद पूरे देश में इस मामले पर विवाद शुरू हो गया.
मंदिर का नियंत्रण व प्रबंधन हिंदू समाज को सौंपने की मांग
विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री बजरंग बागड़ा ने देश भर में सभी मंदिरों और हिंदुओं के अन्य देवालयों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की भी मांग की. उन्होंने तिरुपति मंदिर के प्रसाद को अपवित्र करने में कथित तौर पर शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने एक वीडियो बयान में कहा, "तिरुपति की घटना विश्व हिंदू परिषद की इस विश्वास को और मजबूत बनाती है कि मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण की वजह से राजनीति का प्रवेश होता है. वहां (सरकारी नियंत्रण वाले मंदिरों में) गैर-हिंदू अधिकारियों की नियुक्ति होने से प्रसाद में जानबूझकर ऐसी अपिवत्रता की जाती है."
पूरा हिंदू समाज व्यथित और आहत
बजरंग बागड़ा ने कहा कि विहिप लंबे समय से मांग करती रही है कि हिंदुओं के मंदिर व अन्य धार्मिक स्थल सरकारी नियंत्रण में न रहें. उन्होंने तिरुपति लड्डू प्रसादम में पशुओं की चर्बी के कथित इस्तेमाल को असहनीय और घृणित कृत्य करार दिया तथा कहा कि इससे पूरा हिंदू समाज व्यथित और आहत है. बजरंग बागड़ा ने कहा कि हिंदू समाज अपनी आस्था पर इस तरह के बार-बार हमले को सहन नहीं करेगा.