चीन के स्कूल में बांटे जाने वाले भोजन में चूहे का सिर मिलने से हड़कंप मच गया. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी कि खाने के अंदर चूहे का सिर था. चीन के खाद्य सुरक्षा घोटाले में यह एक नवीनतम मोड़ है जिसने देश को हफ्तों तक परेशान रखा था. हालांकि, अधिकारियों ने पहले कहा था कि यह बतक की गर्दन है लेकिन हाल में की गई घोषणा में पिछले सभी बयानों को पलट दिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रिपोर्ट के अनुसार, भोजन घोटाला 1 जून को तब सामने आया जब जियांग्शी इंडस्ट्री पॉलिटेक्निक कॉलेज के एक छात्र ने स्कूल कैंटीन में अपने पकवान में कुछ अजीब पाया. छात्रों ने अजीब वस्तु का वीडियो चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया जहां यह वायरल हो गया. इसमें उसे अपनी चॉपस्टिक से काले, बालों वाली वस्तु को उठाते हुए और कैंटीन के कर्मचारियों से शिकायत करते हुए दिखाया गया कि उसे चूहे का सिर मिला है.


शुरू में इसे  बत्तख का मांस बताया गया. लेकिन छात्र ने वस्तु को घुमाकर छोटे-छोटे सफेद टुकड़े दिखाए और कर्मचारी से पूछा, "क्या यह चूहे के दांत नहीं हैं?" इस पर जवाब मिला, "यह बत्तख का मांस है, बत्तख का मांस. बत्तख के मांस में दांत कैसे हो सकते हैं?"


चीन में खाद्य सुरक्षा एक बड़ी चिंता है, इसलिए इस छोटी क्लिप ने देश में भारी हलचल पैदा कर दी है. सोशल मीडिया पर लोगों ने चीन की स्थानीय सरकारों पर भी निशाना साधा, जिन्होंने नकारात्मक खबरों को छिपाने की असफल कोशिश की. इससे पहले, बच्चों के लिए इस्तेमाल में लाया जाने वाला दूध पाउडर और सीवेज या खाद्य अपशिष्ट के साथ पुनर्नवीनीकृत तेल के मिश्रण से जुड़े घोटाले ने देश भर में सुर्खियां बटोरीं थीं.


जिनाग्शी घटना में, कॉलेज प्रशासन ने 3 जून को एक बयान जारी कर दावा किया कि वीडियो में दिखाई गई वस्तु चूहे का सिर नहीं, बल्कि बत्तख की गर्दन का टुकड़ा है, जो चीन में एक लोकप्रिय व्यंजन है. खाद्य निरीक्षकों और अन्य स्थानीय अधिकारियों को भी पॉलिटेक्निक कॉलेज भेजा गया और उन्होंने भी दावा किया कि वस्तु बत्तख का सिर था.


यहां तक ​​कि जिस छात्र के भोजन में यह पाया गया, उससे भी एक "स्पष्टीकरण" वीडियो जारी करवाया गया, जिसमें उसने अपना दावा वापस ले लिया. लेकिन लोगों ने इस पर विश्वास करने से इनकार कर दिया और जल्द ही स्थानीय सरकार की कार्रवाई की आलोचना करते हुए मीम्स पोस्ट करना शुरू कर दिया. इसलिए, 10 जून को जिनाग्शी सरकार ने घोषणा की कि उसने इस घटना की प्रांतीय स्तर की जांच शुरू की है.


एक हफ्ते बाद, इन अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला कि स्थानीय अधिकारियों ने ठीक से जांच नहीं की थी और पशु विशेषज्ञों ने फैसला सुनाया कि यह चूहे का सिर था. इसके बाद प्रांतीय सरकार ने कैंटीन का लाइसेंस रद्द कर दिया और इसे संचालित करने वाली कंपनी पर जुर्माना लगाया.