International Monetary Fund (IMF): पड़ोसी देश पाकिस्तान इस वक्त भारी कर्ज में डूबा हुआ है. देश नकदी की कमी से जूझ रहा है. आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सउदी अरब (Saudi Arabia) से मदद की गुहार लगाई है. मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने वित्तीय सहायता के लिए अब सऊदी अरब और यूएई से संपर्क किया है.


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IMF से 1.7 अरब डॉलर की मांगी थी मदद


पाकिस्तान की आर्थिक हालत इस समय इतनी खराब है कि इससे कुछ दिन पहले ही जनरल बाजवा ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 1.7 अरब डॉलर का राहत पैकेज की मांग की थी. इस राहत पैकेज को पाने के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद भी मांगी थी. पाकिस्तान के एक अखबार 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के अनुसार, IMF के कार्यकारी बोर्ड की इस महीने के अंत में बैठक होने वाली है. जिसमें पाकिस्तान के लिए औपचारिक रूप से 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि के अगली किस्त को मंजूरी दी जाएगी.


पाकिस्तान के आगे IMF ने रखी बड़ी शर्त


रिपोर्ट के अनुसार IMF चाहता है कि आर्थिक मदद के लिए पाकिस्तान पहले अपने मित्र देशों की ओर रुख करे. IMF ने कहा है कि पाकिस्तान पहले इस बात की गारंटी दे कि उसके दोस्त उसकी बाहरी जरूरतों के लिए 4 अरब डॉलर मुहैया कराएंगे. इसके बाद से ही पाकिस्तान धनराशि के लिए सऊदी अरब, यूएई और चीन जैसे अपने प्रमुख सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहा है.


UAE और सउदी अरब ने पाकिस्तान को लौटाया निराश


'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की माने तो पाकिस्तान की सेना ने आर्थिक मदद के लिए सऊदी अरब और UAE दोनों ही देशों में अधिकारियों से बात की है. अप्रैल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब की यात्रा की थी. लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को वहां से निराश और खाली हाथ लौटना पड़ा. क्योंकि रियाद ने उन्हें किसी तरह का कोई पक्का आश्वासन नहीं दिया. UAE भी पाकिस्तान के मदद के लिए खुलकर आगे नहीं आया. उल्टा कर्ज  में डूबे पाकिस्तान के सामने शेयर और संपत्ति खरीदने की पेशकश कर दी.


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(इनपुट एजेंसी)