Economic growth of Pakistan less than Bangladesh: पाकिस्तान के आर्थिक हालात गर्त में जा चुके हैं. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने के कागार पर है. लेकिन वहीं पाकिस्तान से कहीं छोटा और कमजोर माना जाने वाला बांग्लादेश अब उससे कहीं आगे निकल गया है. विकास के क्षेत्र में पाकिस्तान के लिए कई मामलों में बांग्लादेश की बराबरी करना सपने जैसा लगने लगा है. तमाम संकटों से घिरा बांग्लादेश जीडीपी के मामले में भूखमरी के कागार पर पहुंच चुके पाकिस्तान से कहीं आगे है. फिर बात रोजगार की हो, वेतन की हो, विदेशी मुद्रा भंडार की हो या फिर आम जनता को मिलने वाली सुविधाओं की हो, बांग्लादेश हर एक मोर्चे पर पाकिस्तान से बहुत आगे है.


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52 वर्ष पहले बना बांग्लादेश जब पाकिस्तान से अलग हुआ तो उसे आर्थिक रूप से काफी कमजोर माना जाता था. वहां पर लोगों के सामने दो वक्त के भोजन की व्यवस्थआ करने से लेकर रहने के लिए छत बनाने तक की दिक्कतें थीं. हालांकि, इन दिक्कतों से लड़ते हुए बांग्लादेश आगे बढ़ा और जीडीपी को 8.75 अरब डॉलर से बढ़ाकर 416 अरब डॉलर पर पहुंचा दिया है.


जीडीपी में भी पाकिस्तान से आगे बांग्लादेश


हालांकि, पाकिस्तान की जीडीपी 1971 में बांग्लादेश से कहीं ज्यादा थी लेकिन वर्तमान में ये बांग्लादेश के मुकाबले 70 अरब डॉलर कम हो चुकी है. साल 2021 में जारी आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान की जीडीपी घटकर 346 अरब डॉलर पर पहुंच गई थी, जिसके वर्तमान में और भी कम होने की पूरी संभावना है.


क्षेत्र पाकिस्तान बांग्लादेश
आबादी 225 लाख 166 लाख
जीवन जीने की प्रत्याशा 67 साल 73 साल
कितने घरों में है बिजली 75 फीसदी 96 फीसदी
विदेशी मुद्रा भंडार 3.67 अरब डॉलर 34 अरब डॉलर
प्रति व्यक्ति आय 1538 डॉलर 2503 डॉलर
जीडीपी 346 अरब डॉलर 416 अरब डॉलर
जीडीपी (1971 में) 10.67 अरब डॉलर 8.75 अरब डॉलर

विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भी बांग्लादेश कहीं आगे हैं. पाकिस्तान के मुकाबले बांग्लादेश के विदेशी मुद्रा भंडार 30 अरब डॉलर ज्यादा है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 3.67 अरब डॉलर है जो कि अगले तीन हफ्तों में खत्म हो जाएगा, ऐसी संभावना है. वहीं, बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार 34 अरब डॉलर है.


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