Pakistan news: पाकिस्तान अब आतंकवादियों की जन्नत यानी सुरक्षित पनाहगाह नहीं रह गया है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि लाहौर हो या कराची या फिर इस्लामाबाद और खैबर पख्तुनवा का कोई इलाका. हर जगह-हर समय भारत के दुश्मन ढूंढ ढूंढ कर मारे जा रहे हैं. इसी साल 6 दिसंबर तक का आंकड़ा बड़ा दिलचस्प है. एक ओर भारतीय सेना और सुरक्षाबलों के जवान घुसपैठियों का काम तमाम कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कुछ अज्ञात हमलावर पाकिस्तान की गोद में छिपे बैठे भारत के दुश्मनों को निपटा रहे हैं.


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ऑपरेशन आल आउट हो या अज्ञात लोगों द्वारा पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों की हत्या, ओवर आल बीते कुछ महीनों में करीब एक दर्जन से ज्यादा दहशतगर्द जो नई दिल्ली की ‘मोस्ट वांटेड सूची’ लिस्ट में थे, रहस्यमय तरीके से मार गिराए गए हैं. एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक मारे गए सभी आतंकवादी कमांडर लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), हिजबुल मुजाहिदीन (एचयूएम), अलगाववादी खालिस्तान आंदोलन या जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) से जुड़े थे. इन सभी की हत्याएं एक ही पैटर्न पर की गई हैं. 


पाकिस्तान ने साधी चुप्पी


लेकिन पाकिस्तान और उसके यहां पल रहे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इन हत्याओं के बारे में चुप हैं. इस सूची में नया नाम एड हुआ है, भारत में मोस्ट वांटेड और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकी और जम्मू कश्मीर में कई जवानों की हत्या करवाने वाले हंज़ला अदनान का, जिसकी दो दिन पहले कराची में अज्ञात बंदूकधारियों ने घात लगातर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि गोली लगने के बाद पाकिस्तानी सेना इसे गुपचुप अस्पताल ले गई थी. जहां उसने दम तोड़ दिया.


ऐसे आगे बढ़ी लिस्ट


रिपोर्ट के मुताबिक हत्याओं का यह सिलसिला 2021 में लाहौर में लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और 2008 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की हत्या के असफल प्रयास के फौरन बाद शुरू हुआ. वो तो जैसे तैसे बच गया लेकिन उसके चहेते और करीबी एक एक करके ढेर हो रहे हैं. ये सभी हत्याएं एक ही पैटर्न पर हुई. जैसे लगभग सभी मामलों में मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात हथियारबंद लोग आतंकियों को गोलियों से भूनकर निकल जाते हैं.


हाफिज सईद के लाहौर स्थित आवास के बाहर बमबारी के बाद 2021 में पाकिस्तान के तत्कालीन आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, इस्लामाबाद ने लश्कर, जेईएम, एचयूएम और खालिस्तान अलगाववादी आंदोलन से जुड़े आतंकवादियों की रहस्यमयी हत्याओं पर चुप्पी साध रखी है.


जैश-ए-मोहम्मद सुप्रीमो मसूद अजहर के करीबी सहयोगी मौलाना रहीम उल्लाह तारिक की, 13 नवंबर को कराची में अज्ञात लोगों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी थी.  इस घटना को पाक में एक स्थानीय मौलवी की हत्या के रूप में दर्ज किया गया था. इसी तरह पूर्व लश्कर आतंकवादी अकरम खान (उर्फ अकरम गाजी, जो कि लश्कर के भर्ती सेल का प्रमुख था) को 9 नवंबर को खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर में मार दिया गया. पाकिस्तानी मीडिया ने उसकी हत्या का मामला एक मुअज्जिन की हत्या के तौर पर दर्ज किया. 


5 नवंबर को ख्वाजा शाहिद, उर्फ मियां मुजाहिद को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया बाद में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास उसकी बिना सिर की लाश मिली. शाहिद लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था जो सुंजुवान में भारतीय सेना के शिविर पर 2018 में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंडों में से एक था. उस हमले में सात लोगों की जान चली गई थी.


इसी तरह 2016 के पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ की अक्टूबर में पाकिस्तान के पंजाब में मोटरसाइकिल सवार 3 अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 


सितंबर 2023: धांगरी आतंकी हमले के मास्टरमाइंडों में से एक रियाज अहमद (उर्फ अबू कासिम) पीओके की एक मस्जिद में मारा गया.


सितंबर 2023: कराची के गुलिस्तान-ए-जौहर इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के मौलाना जियाउर रहमान की हत्या कर दी गई.


सितंबर 2023: कराची के सोहराब गोथ में लश्कर-ए-तैयबा के मुफ्ती कैसर फारूकी की हत्या.


अगस्त 2023: जमात-उद-दावा के मुल्ला सरदार हुसैन अरैन की सिंध के नवाब शाह जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई.


मई2023: खालिस्तान कमांडो फोर्स के पाकिस्तान स्थित नेता परमजीत सिंह पंजवार की लाहौर के जौहर टाउन में हत्या कर दी गई.


मार्च 2023: हिजबुल मुजाहिदीन के बशीर अहमद पीर (उर्फ इम्तियाज आलम) रावलपिंडी में मारा गया.


मार्च 2023: प्रमुख ‘जिहादी’ सैयद नूर, खैबर आदिवासी जिले में मारा गया.


फरवरी 2023: अल-बद्र मुजाहिदीन के सैयद खालिद रज़ा की कराची में हत्या.


मार्च 2022: काठमांडू से दिल्ली की उड़ान आईसी-814 (1999) के पांच अपहर्ताओं में सबसे घातक माने जाने वाले जैश-ए-मोहम्मद के मिस्त्री जहूर इब्राहिम (उर्फ जाहिद अखुंद) कराची में मारा गया.