लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हसन अब्दल में स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब के लंगर हाल में लगी भीषण आग लगने की खबर है. पंजा साहिब पाकिस्तान के अट्टोक जिले में स्थित है और यह दुनियाभर के सिखों का प्रमुख तीर्थ स्थल है. ऐसा बताया जा रहा है कि गुरुद्वारे के लंगर हाल में वेल्डिंग का काम चल रहा था. इसी दौरान वहां रखे सामान में आग लग गई. इस दौरान कई बेड (बिस्तर) में आग लग गई. फायर अधिकारियों ने आग पर काबू पा लिया गया है, अब ठंडा करने का काम जारी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस स्थान पर सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के हाथ के पंजों की छाप के शिलाखंड मौजूद हैं. इसलिए स्थान को पंजा साहिब कहते हैं.



इस गुरुद्वारे को लेकर कथा है कि एक बार सिखों के प्रथम गुरु महाराज श्री गुरु नानक देव जी जब ध्यान में थे, तभी वली कंधारी ने पहाड़ के ऊपर से एक बड़ा पत्थर गुरु महाराज जी पर फेंका था. गुरु नानक देव जी ने जब इस पत्थर को अपनी तरफ आता देखा तो उन्होंने अपना पंजा उठाया और इस पत्थर को हवा में ही रोक दिया. आज इसी स्थान पर गुरुद्वार पंजा साहिब स्थित है. ऐसा बताया जाता है कि यहां आज भी वह पत्थर मौजूद है जिसे गुरु नानक देव जी ने अपने हाथ से हवा में रोक दिया था. मान्यता के मुताबिक, उस पर गुरु नानक देव जी की हथेली के निशान भी हैं.


हर साल यहां गुरु नानक देव जी महाराज की जयंती पर दुनियाभर से श्रद्धालु आते हैं.