इस्लामाबाद: मीडिया में आई खबरों के मुताबिक जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संघीय सरकार पर आरोप लगाया है कि वह जान-बूझकर दिल से जुड़ी उनकी बीमारी के इलाज में रोड़े अटका रही है.


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शरीफ के भाई एवं पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने कहा कि तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ की जिंदादिली बनी हुई है, लेकिन उन्हें अब भी तत्काल चिकित्सकीय इलाज की जरूरत है. 


एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने शहबाज के उद्धृत करते हुए कहा, 'उन्होंने (शरीफ) बताया कि जिस चिकित्सक ने पूर्व में उनका परीक्षण किया था, उसने कहा था कि उन्हें सिर्फ उनके स्वास्थ्य की जांच और उसे प्रमाणित करने के लिये भेजा जाता है. डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें इलाज शुरू करने को लेकर कोई आदेश नहीं है.' 


नेशनल असेंबली में नेता विपक्ष ने कहा कि शरीफ की स्वास्थ्य जरूरतों से जुड़ी चिंताओं को लेकर सरकार की विफलता खेदजनक है. उन्होंने कहा, 'यह दुखद है कि तीन बार प्रधानमंत्री रहे व्यक्ति के इलाज को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है. अत्याचार खत्म होना चाहिए.' 


शहबाज का यह बयान पंजाब सरकार की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री को लिखे उस खत के बाद आया है जिसमें कहा गया कि वह लाहौर में अपनी पसंद के किसी भी अस्पताल में इलाज करा सकते हैं. 


शरीफ ने परिवार के सदस्यों के अनुरोध के बावजूद इलाज के लिए अस्पताल जाने से बुधवार को इनकार करते हुए कहा था कि वह इलाज के नाम पर सरकार द्वारा की जा रही राजनीति की बजाय “सम्मानजनक मौत” पसंद करेंगे.