भारत-अमेरिकी नजदीकियों से चिढ़ा पाकिस्तान, PM मोदी के US दौरे से पहले कह दी ये बड़ी बात
India-US Relations: अमेरिका ने हाल ही में भारत के साथ संबंधों को गहरा किया है, जो चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए बाइडेन के प्रयासों की एक आधारशिला है.
Pakistan-US Relations: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अमेरिका द्वारा भारत के साथ संबंधों को गहरा करने से इस्लामाबाद को ‘कोई समस्या नहीं है’, बशर्ते इससे पाकिस्तान को कोई नुकसान ना हो. मीडिया में शनिवार को आयी खबरों में यह जानकारी दी गई है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान की यह टिप्पणी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के न्योते पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 20 जून की आधिकारिक अमेरिका यात्रा से पहले आई है. इस यात्रा के दौरान अमेरिका और भारत के बीच स्वास्थ्य, तकनीक, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और रक्षा… इन पांच महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर चर्चा होगी.
रक्षा मंत्री ने भारत द्वारा अमेरिका के साथ संबंधों को प्रगाढ़ किए जाने के संबंध में सवाल का जवाब देते हुए उक्त बातें कहीं. उनका इस संबंध में इंटरव्यू शनिवार को ‘न्यूज वीक’ में प्रकाशित हुआ है.
'पाकिस्तान पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहता है'
आसिफ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अमेरिका के भारत के साथ साझेदारी बढ़ाने से हमें कोई दिक्कत नहीं है, अगर इससे पाकिस्तान को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है तो.’उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पड़ोसियों और क्षेत्रीय साझेदारों के अच्छे संबंध चाहता है.
'हम शांति से जीना चाहते हैं'
आसिफ ने कहा, ‘हमारी चीन के साथ साझा सीमा है, हमारी अफगानिस्तान, ईरान, भारत के साथ साझा सीमा है. अगर संबंध अच्छे नहीं हैं तो, हम उनके साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाना चाहेंगे. हम शांति से जीना चाहते हैं. अगर शांति नहीं है तो हम कभी भी अपनी अर्थव्यवस्था को बेहतर नहीं बना सकते हैं.’
'अमेरिका के साथ हमारे संबंध हमारे लिए बहुत मूल्यवान'
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा, 'अमेरिका के साथ हमारे संबंध हमारे लिए बहुत मूल्यवान हैं. इसका अपना इतिहास है. इसमें कुछ निराशाएं हैं, कुछ बड़ी निराशाएं हैं, लेकिन फिर भी हम अमेरिका के साथ अपने संबंधों को महत्व देते हैं और हम चाहते हैं कि यह संबंध फलता-फूलता रहे.'
आसिफ ने कहा, 'हम बड़े व्यापार भागीदार हैं, हमारे पास संयुक्त राज्य अमेरिका में एक बहुत बड़ा पाकिस्तानी समुदाय है और वहां पाकिस्तानी हित हैं. इसलिए, हमारे आकार को देखते हुए उनके व्यावसायिक हित भी हैं, वे काफी आकर्षक और बड़े हैं.'
बता दें अमेरिका ने हाल ही में भारत के साथ संबंधों को गहरा किया है, जो चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए बाइडेन के प्रयासों की एक आधारशिला है, साथ ही उनका प्रशासन भारत को अमेरिकी सैन्य ड्रोन खरीदने के लिए राजी करने की उम्मीद कर रहा है.
(इनपुट: न्यूज एजेंसी - भाषा)