Pakistan Doing Terror Funding Via Bitcoin: पाकिस्तान (Pakistan) खुद आर्थिक तंगी में फंसा हुआ है और उससे उससे निकलने का रास्ता नहीं मिल रहा है. देश में और भी कई तरह की समस्याएं मौजूद हैं, लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान उन दिक्कतों पर ध्यान न देकर भारत के जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने पर लगा हुआ है. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने बुधवार को पाकिस्तान के ऐसे ही एक नापाक इरादों का भंडाफोड़ किया. एजेंसी ने यहां आतंकवादी गतिविधियों के लिए बिटकॉइन (Bitcoin) के जरिये फंडिंग कराने का खुलासा किया है. एसआईए टीम ने जम्मू कश्मीर के मेंढर, पुंछ, बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में 2 महिलाओं सहित 7 लोगों के घरों पर छापेमारी की. इस दौरान टीम को कई अहम सुराग मिले.


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बड़े पैमाने पर मुहैया कराया जा रहा फंड


राज्य जांच एजेंसी (SIA) के अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान में बैठा मास्टरमाइंड जम्मू कश्मीर और भारत के दूसरे इलाकों में हिंसा और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर जम्मू-कश्मीर में अपने एजेंटों को बिटकॉइन के जरिये फंड मुहैया करा रहा है.


मास्टरमाइंड को पाक की खुफिया एजेंसियों का समर्थन 


जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक, "शुरुआती चरण में जो जानकारियां मिली हैं, उससे इसमें पाकिस्तान का कनेक्शन सामने आया है. इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा है औऱ वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों और वहां के कुछ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर यहां फंडिंग कर रहा है. इस पाकिस्तानी मास्टरमाइंड की पहचान कर ली गई है, लेकिन अभी उसकी जानकारी को गोपनीय रखा जा रहा है ताकि उसके साथी अलर्ट न हो जाएं.


आरोपियों से बरामद किए कई अहम दस्तावेज 


पुलिस ने बताया कि पिछले दिनों हमने जाहिदा बानो, गुलाम मुजाताबा दीदाद, तमजीदा बेगम (कुपवाड़ा जिले के सभी निवासी), यासिर अहमद मीर, मोहम्मद सैयद मसूदी (दोनों बारामूला के निवासी), फारूक अहमद और इमरान चौधरी (पुंछ के निवासी) के घरों में तलाशी ली थी. इस दौरान उनके घरों से डिजिटल डिवाइस, सिम कार्ड, मोबाइल फोन और जांच से संबंधित दस्तावेजों को जब्त किया गया. इनसे पूछताछ जारी है.


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