China sending warplanes and naval ships near Taiwan: हाल के दिनों ब्रिक्स सम्मेलन और जी-20 समिट खत्म होने के बाद चीन पुराने पैंतरों पर उतर आया है. वह एक बार फिर ताइवान को डराने-धमकाने में जुट गया है. उसने ताइवान को डराने के लिए 68 फाइटर एयरक्राफ्ट और 10 नेवी के जहाज उसके आसपास भेजे. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार सुबह 6 बजे चीनी नेवी के 68 विमान और 10 नेवल शिप ताइवान के रेडार पर डिटेक्ट किए गए. 


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चीन ने भेजे 68 फाइटर प्लेन


ताइवान (Taiwan) के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीनी वायु सेना (China) ने अपने फाइटर एयरक्राफ्ट की संख्या बढ़ाई है. उसने बुधवार को 35 विमान ताइवान की ओर भेजे थे. इसके अगले ही दिन उसने इनकी संख्या लगभग दोगुनी करके 68 कर दी. इसके साथ ही उसकी ओर से भेजे गए 10 नेवल शिप्स में से एक एयरक्राफ्ट कैरियर भी था. यह कैरियर ताइवान के 60 नॉटिकल माइल्स तक पहुंचा. इसके बाद उसने वहीं पर रहकर मिलिट्री ड्रिल की. 


ताइवान पर जबरन कब्जे की कोशिश


अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक चीन, ताइवान (Taiwan) को अपना क्षेत्र कहता है और उस पर जबरदस्ती अधिकार करना चाहता है. उसने साफ धमकी दे रखी है कि अगर ताइवान ने शांति के साथ एकीकरण को स्वीकार नहीं किया तो वह बल प्रयोग करने से भी पीछे नहीं हटेगा. उधर जापान ने भी चीनी सेना की गतिविधियों पर चिंता जताई है. उसने अपने मियाको स्ट्रेट इलाके के पास चीनी (China) सैन्य जहाजों की गतिविधियां नोट की.


जापान भी सुरक्षा तैयारी में जुटा


सैन्य विशेषज्ञों के मुताबिक ताइवान (Taiwan) पर हमले की चीन की कोशिशों को जापान अपने लिए खतरा मानता है. विशेषज्ञों के मुताबिक अगर चीन को ताइवान पर कब्जा जमाने से नहीं रोका गया तो उसका अगला निशाना जापान होगा. जापान के कई द्वीपों पर भी चीन ने अपना दावा कर रखा है. यही वजह है कि जापान अपनी शांति की नीति को त्यागते हुए आत्मरक्षा के लिए हथियार जुटाने में जुट गया गया है. वहीं अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देश भी चीन (China) के दावे को नकारते हुए ताइवान जलडमरूमध्य और दक्षिण चीन सागर में गश्त करते रहते हैं. 


(एजेंसी एएनआई)