Shahid Khaqan Abbasi statement: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अत्यधिक सर्दी के कारण आम चुनाव में और देरी की होने का शनिवार को अनुमान जताया है. दरअसल पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि जनवरी के आखिरी सप्ताह में चुनाव कराए जाएंगे. ऐसे में अब्बासी ने शनिवार रात ‘जियो न्यूज’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि सर्दी में भारी बर्फबारी के कारण देश के कई निर्वाचन क्षेत्रों में जनवरी में चुनाव संभव नहीं हो सकता. अब्बासी ने कहा, 'मेरे अपने क्षेत्र में, लोग मतदान केंद्रों पर नहीं जा पाएंगे क्योंकि उनका तो पूरा क्षेत्र ही बर्फ की मोटी चादर से ढका रहता है.'


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देरी की वजह बताई


अब्बासी इस्लामाबाद के पास मुरी से संबंध रखते हैं, जहां दिसंबर और जनवरी में मध्यम से भारी बर्फबारी होती है. साल 2017 से 2018 तक प्रधानमंत्री रहे अब्बासी ने यह भी कहा कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तर और उत्तर-पश्चिमी जिलों में कई निर्वाचन क्षेत्र हैं जहां सर्दी में जनजीवन ठप हो जाता है.


पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) पार्टी के नेता अब्बासी ने कहा, लोगों के मतदान केंद्रों पर जाने में असमर्थ होने से प्रक्रिया बिगड़ जाएगी और अनुचित चुनाव के आरोप लगाए जाएंगे. जब उनसे पूछा गया कि जनवरी में नहीं तो कब चुनाव हो सकते हैं, तो उन्होंने कहा कि फरवरी का अंत या मार्च चुनाव कराने के लिए अच्छा समय होगा.


पाकिस्तान में क्या चल रहा है?


पाकिस्तान में अगले साल जनवरी में चुनाव होने हैं. हालांकि चुनाव की तारीखों का एलान अभी नहीं हुआ है. लेकिन इसे लेकर तमाम राजनीतिक दलों की ज़ोर आजमाइश शुरू हो चुकी है. जेल में कई साल बिता चुके नवाज शरीफ विदेश में रहकर बयानबाज़ियां कर रहे हैं. वहीं इमरान ख़ान अभी भी जेल में बंद हैं. ऐसे में क्या पाकिस्तान में चुनाव सही तरीके से हो पाएंगे? ये कहना मुश्किल है.


चुनाव आयोग का बयान


चुनाव आयोग ने अपने एक बयान में कहा कि निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन की समीक्षा और इन क्षेत्रों के परिसीमन की शुरुआती सूची 27 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी. इस सूची को लेकर आपत्ति और सुझाव के बाद 30 नवंबर को अंतिम सूची जारी की जाएगी. आयोग का कहना है कि जनवरी 2024 के आखिरी हफ्ते में चुनाव होंगे.


(एजेंसी इनपुट के साथ)