Gaganyaan Launch: `सूरज, चांद तो झांकी है, पूरा आसमान बाकी है`, गगनयान की लॉन्चिंग को लेकर सामने आई बड़ी खबर
Gaganyaan ISRO Update: भारत अंतरिक्ष का नया सरताज बन गया है. पहले चांद (Moon) और फिर सूरज (Sun) की ओर कामयाबी भरा कदम बढ़ाने के बाद इसरो (ISRO) के अगले कदम को लेकर पूरी दुनिया की निगाहें भारत की ओर लगी हैं. इस बीच भारत के अगले स्पेस मिशन को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3) और सूर्य मिशन से जुड़े आदित्य-एल1(Aditya L-1) के कामयाब प्रक्षेपण के बाद इसरो गगनयान को लॉन्च करने की तैयारी है. केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि अगला कदम गगनयान लॉन्च है और इसका परीक्षण अक्टूबर में हो सकता है.
गगनयान को लेकर बड़ी जानकारी
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने सौर मिशन से जुड़े आदित्य-एल1 की सफल लॉन्चिंग की तारीफ करते हुए गगनयान प्रोजेक्ट को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. जितेंद्र सिंह के मुताबिक गगनयान का अगला परीक्षण अक्टूबर में हो सकता है.
तारीख अभी तय नहीं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जल्द ही गगनयान की पहली परीक्षण उड़ान होगी, जो अक्टूबर महीने में हो सकती है.
2024 तक भेजा जाएगा चालक दल
आपको बताते चलें कि विज्ञान-प्रौद्योगिकी मंत्री इसी साल लोकसभा में कहा था, 'पहला परीक्षण यान मिशन (Test Vehicle), TV-D1, 2023 में योजनाबद्ध है. इसके बाद दूसरा परीक्षण यान TV-D2 मिशन और 2024 की पहली तिमाही में होगा, जो गगनयान (LVM3-G1) का पहला मानव रहित मिशन होगा.'
आगे की तैयारी
आगे की तैयारियों के बारे में कहा गया था कि सफल परीक्षण यान और चालक दल मिशनों के परिणामों के आधार पर 2024 के अंत तक चालक दल मिशन भेजने की योजना प्रस्तावित है.
गगनयान मिशन को जानिए
गगनयान स्पेस फ्लाइट मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में भेजा जाएगा. गगनयान मिशन के तहत ISRO अपने ऐस्ट्रोनॉट्स को पृथ्वी से 400 किमी ऊपर अंतरिक्ष की सैर कराएगा.
पड़ताल जारी
इस मिशन के लिए ISRO ने भारतीय वायुसेना से अंतरिक्षयात्री चुनने के लिए कहा था. इस मिशन में भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड को भी शामिल किया गया है. बताया जाता है कि इस मिशन के लिए वायुसेना के कुछ जवान चुन लिए गए हैं, जो अंतरिक्ष यात्री के तौर पर तैयार होने के लिए बेंगलुरु स्थित इसरो सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे हैं.
कैसा होगा गगनयान मिशन
गगनयान मिशन सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है. इसरो के मुताबिक इसमें चूक की गुंजाइश नहीं है. इसीलिए लगातार ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि मिशन हर हाल में सफल हो. अन्य तैयारियों में अतिरिक्त अबॉर्ट भी प्लान किए जा रहे हैं. चूंकि आगे यह मानव मिशन होगा, इसलिए कोई भी गलती होने पर तुरंत मिशन को अबॉर्ट करने और किसी भी तरह की हानि को रोकने के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं.