रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर-चेयरपर्सन नीता अंबानी ने अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘द हर सर्किल, एवरीबॉडी प्रोजेक्‍ट’ लॉन्‍च किया है. इसका उद्देश्‍य सभी तरह के शारीरिक भेदभावों को भुलाकर सकारात्मकता का संचार करना है. शारीरिक भेदभावों से अभिप्राय साइज़, उम्र, रंग, धर्म, न्यूरो-डायरवर्सिटी, और फिजिकलिटी (शरीर की बनावट) से है. इन तमाम भेदभावों को दरकिनार करते हुए सबको एक-समान रूप से अपनाने के लिए प्रेरणा देना इस प्रोजेक्ट का प्रमुख उद्देश्य है. साथ ही यह भी कि समाज में सबकी स्वीकृति दयालुता और बिना किसी जजमेंट के आधार पर हो.


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बता दें कि महिलाओं के लिए एक सुरक्षित, समावेशी, विकासोन्मुखी डिजिटल वातावरण बनाने के उद्देश्‍य से नीता एम अंबानी ने 2021 में ‘हर सर्किल’ लॉन्‍च किया था. प्लेटफॉर्म की दूसरी सालगिरह पर हर सर्किल भारत का महिलाओं के लिए सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है, जिसकी पहुंच फिलहाल 31 करोड़ लोगों तक है. सभी को सम्मिलित करने के इस प्रोजेक्ट के उद्देश्य के तहत मिसेज अंबानी ने प्रत्येक व्यक्ति को आगे आने और इस इनिशिएटिव का हिस्सा बनने को आमंत्रित किया है, ताकि समाज में एक सकारात्मक बदलाव आए.


हर सर्किल एवरीबॉडी प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग के अवसर पर नीता अंबानी ने कहा, हर सर्किल सिस्‍टरहुड (महिलाओं के बीच भाईचारे) और समन्वयता अथवा एकजुटता के लिए है. ऐसी एकजुटता जो समानता, समावेश और सभी के आदर की भावना पर आधारित है. यही हमारे नए प्रोजेक्‍ट- द हर सर्किल एवरीबॉडी प्रोजेक्‍ट का सार है. हम सबने देखा है कि सोशल मीडिया पर किस तरह की ट्रोलिंग होती है. यह जाने बिना लोग अपनी राय दे देते हैं कि सामने वाले किस तरह की लड़ाई लड़ रहे हैं. लोगों के साथ कई तरह के मेडिकल इश्यू और जेनेटिक फेक्टर हो सकते हैं. फिर भी उन्हें लोगों द्वारा ट्रोल और प्रताड़ित किया जाता है. यह बहुत पीड़ादायी और नुकसान पहुंचाने वाला हो सकता है, खासकर युवाओं के लिए. मुझे उम्मीद है कि हमारा प्रयास इन मुद्दों को किसी न किसी तरह से हल करने में सहायक होगा और लोगों को अपने आप को जानने का आत्‍मविश्‍वास और आजादी देगा.



हर सर्किल की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर नीता अंबानी ने न केवल हर सर्किल एवरीबॉडी प्रोजेक्‍ट लॉन्‍च किया, बल्कि उन्होंने हर सर्किल को एक्‍सक्‍लूजिव इंटरव्‍यू भी दिया. वे इस बार के एनिवर्सरी स्‍पेशल डिजिटल कवर पर भी हैं. हर सर्किल के यूजर्स को बधाई देते हुए अपने विशेष संदेश में उन्‍होंने कहा, हर सर्किल की टीम और उन लाखों महिलाओं को मैं बधाई देती हूं, जिनसे मिलकर हर सर्किल बना है. हमने एक विचार के रूप में इसे शुरू किया. और हम इसके सभी महिलाओं के लिए एक आंदोलन बनने की आशा करते हैं. हमने महामारी के मध्‍य लॉकडाउन में हर सर्किल को लॉन्‍च किया था. पिछले दो वर्षों में हमने लंबा रास्‍ता तय किया है. लेकिन, यह केवल शुरुआत है.


हर सर्कल के यूजर्स को बधाई देते हुए अपने विशेष संदेश में उन्‍होंने कहा, हर सर्किल की टीम और उन लाखों महिलाओं को मैं बधाई देती हूं, जिनसे मिलकर ‘हर सर्किल’ बना है. हमने एक विचार के रूप में इसे शुरू किया और हम इसके सभी महिलाओं के लिए एक आंदोलन बनने की आशा करते हैं. हमने महामारी के बीच लॉकडाउन में हर सर्किल को लॉन्‍च किया था. पिछले 2 वर्षों में हमने लंबा रास्‍ता तय किया है. लेकिन, यह तो केवल शुरुआत है. रिलायंस फाउंडेशन ने एक बयान में कहा, हमारी फाउंडर नीता एम अंबानी के बॉडी पॉजिटिव वर्ल्‍ड के विज़न को मूर्तरूप देने के लिए हर सर्किल महिलाओं को स्‍वयं को सर्वोच्‍च स्‍थान देने और दयालुता और वेलनेस का एक बड़ा दायरा बनाने के लिए प्रोत्‍साहित करेगा.


कैसे काम करता है हर सर्किल?


हर सर्किल को महिलाओं से संबंधित कंटेट को सोशल मीडिया के माध्‍यम से प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्‍य से लॉन्‍च किया गया है. हर सर्किल मेंबर्स वेलनेस, फाइनेंस, वित्‍त, पर्सनल डेवलपमेंट, कम्‍यूनिटी सर्विस, ब्‍यूटी फैशन, मनोरंजन, सहित बहुत से विषयों से संबंधित वीडियो देख सकते हैं और आर्टिकल पढ़ सकते हैं. यही नहीं, इसके सदस्य महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे एनजीओ और अन्‍य ऑर्गेनाइजेशन्‍स के माध्‍यम से सामाजिक कार्यों में हिस्‍सा भी ले सकते हैं. हर सर्किल की सेवाएं हिन्‍दी और अंग्रेजी में उपलब्‍ध है.