New Noida Land Acquisition: नोएडा के नए सेक्टर और न्यू नोएडा (DNGIR) दोनों के लिए जमीन अधिग्रहण किया जाना है. जमीन अधिग्रहण किसानों की आपसी सहमति के आधार पर किया जाएगा. इसके लिए प्राधिकरण ने सलाहकार कंपनी 'टीला' को अपाइंट कर ल‍िया है. कंपनी के एडवाइजर और प्राधिकरण अधिकारियों के बीच पहली बातचीत हुई. जिसमें कंपनी ने अपना पूरा प्रोसेस बताया. सबसे पहले सेक्टर-161 में जमीन के लिए किसानों से बातचीत की जाएगी. इसके बाद न्यू नोएडा की जमीन के लिए किसानों से बात होगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

209 वर्ग किमी में बसाया जाएगा न्यू नोएडा


न्यू नोएडा करीब 209 वर्ग किमी में बसाया जाना है. इसके लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस (EPE) के साथ जहां जीटी रोड अलग होती है, सबसे पहले वहां से लगे गांव की जमीन का अधिग्रहण शुरू किया जाएगा. इस गांव में जोखाबाद, सांवली भी आता है. इन गांवों के प्रधान से बातचीत की गई. यहां आपसी करार के आधार पर जमीन किसानों से खरीदी जाएगी. इसके अलावा जोखाबाद और ग्राम सांवली में ही डीएनजीआईआर (न्यू नोएडा) का अस्थाई ऑफ‍िस बनाया जाएगा. समस्या आने पर एडवाइजर कंपनी प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ किसानों से बातचीत करेंगे.


80 गांवों की जमीन पर बसाया जाएगा न्यू नोएडा
सबसे पहले 15 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. जबकि न्यू नोएडा को 80 गांवों की जमीन पर बसाया जाएगा. प्रत्येक गांव में करीब 200 किसान परिवार है. यानी कुल 16 हजार किसान परिवार हैं जिनके साथ बातचीत की जाएगी. पहले फेज में 3165 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. ऐसे में किसानों के साथ आज पहली बैठक हुई. न्यू नोएडा 209.11 वर्ग किमी में यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाया जाएगा. इस मास्टर प्लान को चार फेज में पूरा किया जाएगा. 2023-27 तक इसके 3,165 हेक्टेयर को विकसित किया जाएगा.


गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांव
इसी तरह 2027 से 2032 तक 3,798 हेक्टेयर एरिया को विकसित किया जाएगा. इसके बाद 2032-37 तक 5,908 हेक्टेयर और आख‍िर में 2037-41 तक 8,230 हेक्टेयर जमीन को विकसित करने का प्लान है. 209 वर्ग किमी में न्यू नोएडा को बसाया जाना है. डीएनजीआईआर (DNGIR) मास्टर प्लान 2041 में 40 प्रतिशत लैंड यूज  इंडस्‍ट्र‍ियल, 13 प्रतिशत हाउस‍िंग और ग्रीन एरिया व रीक्रिएशनल एक्टिविटी के लिए 18 प्रतिशत का प्रावधान किया गया है. डीएनजीआईआर को गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांवों को मिलाकर बनाया गया है. इस शहर की आबादी 6 लाख के आसपास होगी. (IANS)