Benefits of Relationship: बीएमजे ओपन डायबिटीज रिसर्च एंड केयर जर्नल में ऑनलाइन प्रकाशित एक नए अध्ययन में विवाहित जोड़े या रिलेशनशिप में रहने वाले लोगों और टाइप-2 डायबिटीज के बीच एक बहुत ही अजीब संबंध का पता चला. शोधकर्ताओं ने पाया कि शादीशुदा और रिलेशनशिप में रहने वाले लोगों में (भले ही वो खुश, उदास या तनावग्रस्त हों) टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा कम होता है. यह वृद्ध लोगों पर विशेष रूप से लागू होता है. यह शोध लक्ज़मबर्ग यूनिवर्सिटी और कनाडा में ओटावा यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों द्वारा किए गए एक पिछले अध्ययन पर आधारित है, जिसमें सुखी विवाह और अच्छे स्वास्थ्य लाभों के बीच संबंध पाया गया.


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शोधकर्ताओं का कहना है कि टाइप-2 डायबिटीज अकेलेपन सहित एक से अधिक सामाजिक स्वास्थ्य आयामों से जुड़ा हुआ है. हालांकि, जब कोई व्यक्ति विवाहित होता है या पार्टनर के साथ रह रहा होता है, तो इन स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ डायबिटीज के विकास का भी खतरा कम हो जाता है.


अध्ययन के बारे में
शोधकर्ताओं ने पाया कि 50 से 89 वर्ष की आयु के अधिकांश लोगों को डायबिटीज नहीं था. इनमें से लगभग 76 प्रतिशत लोग विवाहित थे या अपने किसी के साथ रह रहे थे. शोधकर्ताओं ने पाया कि रिश्ते का नेचर और क्वालिटी का ब्लड ग्लूकोज के औसत लेवल पर बहुत कम या कोई प्रभाव नहीं पड़ता. यह दर्शाता है कि एक सहायक या तनावपूर्ण संबंध होना सिर्फ संबंध बनाने से कम महत्वपूर्ण नहीं था. 


रिलेशनशिप में न होने से बेहतर है तनावपूर्ण रिलेशनशिप होना: एक्सपर्ट
विशेषज्ञों ने उन लोगों का विस्तृत विश्लेषण किया जिन्होंने तलाक जैसे वैवाहिक बदलाव का अनुभव किया. उन्होंने पाया कि इन लोगों ने प्री-डायबिटीज की बाधाओं में बहुत महत्वपूर्ण परिवर्तन का अनुभव किया. ध्यान देने योग्य एक महत्वपूर्ण बात यह है कि संबंध की गुणवत्ता के कारण ब्लड शुगर लेवल पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ा. इसने उन्हें इस निष्कर्ष पर पहुंचाया कि एक परेशान और तनावपूर्ण संबंध होना, विशेष रूप से वृद्ध लोगों के लिए कोई भी संबंध न होने से बेहतर था.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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