Sankhya Shastra mein N Letter ka Arth: सनातन धर्म में कई पुराण और शास्त्र हैं, जो मनुष्य के जीवन के रहस्य के बारे में बताते हैं. इन्हीं में से एक संख्या शास्त्र भी है. यह शास्त्र किसी संख्या के जरिए व्यक्ति के भूत, वर्तमान और भविष्य के बारे में काफी हद तक संकेत कर देता है. यही नहीं, यह व्यक्ति के नाम के पहले अक्षर से उसके व्यक्तित्व और स्वभाव के बारे में भी बता सकता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि जिनका नाम ‘N’ अक्षर से शुरू होता है, उनकी पर्सनेलिटी कैसी होती है और वे जीवन में कितनी तरक्की हासिल कर पाते हैं. 


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वृश्चिक राशि से ‘N’ अक्षर का संबंध!


संख्याशास्त्र यानी Numerology की बात करें तो ‘N’ अक्षर का संबंध वृश्चिक राशि से माना जाता है. इस राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं. इसके चलते वृश्चिक राशि वाले लोग काफी विद्वान और भावुक किस्म के होते हैं. वे समस्याओं से परेशान होने के बजाय उनका समाधान ढूंढने की कोशिशों में जुटे रहते हैं. उनमें कुछ करने का जुनून होता है. 


बुध करते हैं संख्या 5 को नियंत्रित


Numerology में ‘N’ अक्षर को संख्या 5 से जोड़ा जाता है. ग्रहों के राजकुमार बुध इस संख्या को नियंत्रित करते हैं. उन्हें बुद्धि, संचार और विपरीत परिस्थितियों को भी अपने पक्ष में ढालने वाली क्षमता का स्वामी माना जाता है. ऐसे लोग किसी भी बात को बहुत जल्दी सीख जाते हैं और अपने भावों को अच्छे तरीके व्यक्त करने में माहिर होते हैं. 


दृढ निश्चयी होते हैं इस प्रकार के लोग


ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार, अक्षर ‘N’ का संबंध अनुराधा नक्षत्र से भी माना जाता है. निष्ठुर माने जाने वाले शनि देव इस नक्षत्र के शासक ग्रह हैं. जिन लोगों का जन्म इस नक्षत्र में होता है, वे दृढ निश्चयी, गलत कार्य के आगे न झुकने वाले और लक्ष्य प्राप्ति के लिए जूझने वाले लोग होते हैं. कठिनाइयों के बावजूद ये अपने टारगेट को हासिल करके ही रहते हैं. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)