Shani Dev Margi Effect: शनिदेव को न्याय का देवता और कर्म फल दाता के नाम से जाना जाता है. शनि की चाल में बदलाव सभी 12 राशियों के जीवन को प्रभावित करता है. व्यक्ति के कर्मों का हिसाब शनि देव रखते हैं और अच्छे कर्म करने वाले को शुभ और बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति को अशुभ फलों की प्राप्ति होती है. ज्योतिष शास्त्र में शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शनिवार के दिन शनि देव की विधिपूर्वक पूजा करने और शनिदेव पर तेल अर्पित करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. साथ ही, व्यक्ति को सभी संकटों से छुटकारा मिलता है. बता दें कि 29 जून को शनि देव वक्री हुए थे और इस समय वे कुंभ राशि में विराजमान हैं. ऐसे में शनि के एक बार फिर से मार्गी होने पर कुछ राशि वालों को विशेष लाभ होने वाला है. जानें इन राशियों के बारे में. 


Astro Tips: गलत दिशा में कभी ना जलाए दीया, दुर्घटना का बन सकता है कारण, जानें दीपक जलाने की सही दिशा
 


कब मार्गी होंगे शनि देव 


वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि देव 29 मार्च 2025 तक कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे. बता दें कि फिलहाल शनि देव इसी राशि में वक्री चाल से चल रहे हैं. वहीं, 15 नवंबर को शनि देव कुंभ राशि में मार्गी होंगे. इस दिन शाम 8 बजकर 07 मिनट पर शनि देव मार्गी होंगे. जानें इस दौरान किन राशि वालों को विशेष लाभ होगा. इन राशि वालों को शनि की साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी. 


Dream Meaning: आखिर में सावन में सांप का दिखना क्यों माना जाता है अशुभ, अनहोनी घटना का देते हैं संकेत
 


साढ़े साती का असर हो जाएगा कम 


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस समय मकर राशि वालों पर शनि का साढ़े साती का प्रभाव देखने को मिल रहा है. वहीं, मीन राशि के जातकों पर साढ़े साती का प्रथम और कुंभ राशि के जातकों पर इस समय द्वितीय चरण चल रहा है. शनि के राशि परिवर्तन के बाद मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती के असर से मुक्ति मिल जाएगी. वहीं, इस समय मेष राशि के जातकों पर साढ़े साती का प्रथम चरण शुरू हो जाएगा. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)