Chandra Grahan Dosh ke Upay: जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर तो पड़ता है लेकिन चंद्रमा पर नहीं पड़ता है, तब चंद्र ग्रहण लगता है. यानी कि कुछ समय के लिए चंद्रमा पूर्ण या आंशिक रूप से गायब हो जाता है. खगोल विज्ञान में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को बहुत अहम माना गया है. वहीं हिंदू धर्म और ज्योतिष में ग्रहण को अशुभ माना गया है इसलिए ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है. ग्रहण लगने से कई घंटे पहले ही सूतक काल प्रारंभ हो जाता है. हिंदू धर्म में पितृ पक्ष के 15 दिनों में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान आदि अनुष्ठान किए जाते हैं. लेकिन इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत में चंद्र ग्रहण और आखिरी दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है. जिसे अशुभ माना जा रहा है. जानिए इसका नकारात्मक असर.
भारत में चंद्र ग्रहण कब लगेगा?
इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को पितृ पक्ष के पहले श्राद्ध के दिन ही लग रहा है. इसका बड़ा असर लोगों के जीवन पर पड़ेगा. वहीं कुछ राशियों के लिए इसे बहुत अशुभ फलदायी माना जा रहा है.
ये राशि वाले रहें संभलकर
18 सितंबर 2024 को लग रहे साल के दूसरे चंद्र ग्रहण का राशियों पर शुभ - अशुभ असर होगा. इनमें मेष, सिंह, मकर और मीन राशि के लोगों के लिए यह चंद्र ग्रहण नकारात्मक साबित हो सकता है. इन लोगों को अपमान, धन हानि या दुर्घटना का सामना करना पड़ सकता है. लिहाजा चंद्र ग्रहण के दिन और उसके 15 दिन बाद तक थोड़ा संभलकर रहें. मसलन- बेवजह किसी से ना उलझें, आर्थिक लेन-देन सोच-समझकर करें. वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, ट्रैफिक नियम तोड़ने की गलती ना करें.
चंद्र ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने का उपाय
चंद्र ग्रहण के दौरान संभलकर रहें. साथ ही दान-पुण्य करें. ईष्ट देव का स्मरण करें. जरूरतमंदों की मदद करें. ग्रहण के दौरान बाहर ना निकलें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)