Vastu Tips for Home: किसी भी मकान या अपार्टमेंट को बनाने में पिलर और बीम की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है. वर्तमान समय में बिना इनकी सहायता के मजबूत बिल्डिंग बना पाना संभव ही नहीं है. जो बीम किसी भी मकान का आधार होती है, वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों में उसी बीम के कारण जीवन में कुछ समस्याएं भी आ सकती है किंतु वास्तु के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए फ्लैट या मकान के भीतर पढ़ने लिखने, कार्य करने आदि का स्थान तय किया जाए तो वास्तु जनित ऐसी बहुत सी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है. 


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वास्तु दोष से हो सकती हैं कई समस्याएं
कई लोग अक्सर सिरदर्द, अवसाद या याददाश्त में कमी की शिकायत करते हैं. कहते हैं कि रात में समय से बिस्तर पर लेट गए थे किंतु नींद नहीं आई बस करवट बदलते रहे. इसी तरह बहुत से लोग किसी न किसी तरह की बीमारी से घिरे रहने की शिकायत करते हैं. यह सब वास्तु दोष के कारण ही होता है. आज हम आपको उन कारणों के बारे में बताएंगे जिससे माइग्रेन और मेमोरी वीक होने जैसी कई समस्या हो सकती हैं.


 


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- यदि किसी को सिरदर्द, अवसाद और याददाश्त में कमी की शिकायत आ रही है तो उसका एक कारण घर में बीम के नीचे सोना भी हो सकता है.


- यदि किसी कमरे का दरवाजा सीधे सीढ़ियों की ओर खुलता हो तो उस कमरे में सोने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसे में सिर दर्द और अच्छी नींद न आने की समस्या आ सकती है. 


- यदि आप किसी न किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर परेशान हैं तो हमेशा दक्षिण दिशा में सिर करके सोने का प्रयास करें. 


- आप जिस घर या फ्लैट में रहते हैं वहां की उत्तर दिशा को प्रकाशित रखें यानी वहां पर अंधेरा न रहे.


- बच्चों की पढ़ाई की टेबल कभी बीम के नीचे नहीं होनी चाहिए. बीम के नीचे की स्थिति में बच्चे को पढ़ा हुआ याद नहीं होगा और पढाई बोझ बन कर रह जाएगी.  


- यदि आपको सिरदर्द या माइग्रेन रहता हो तो ध्यान रहे कि सिर के ऊपर बीम या कोई भी नुकीली चीज लटकी हुई नहीं होनी चाहिए.