Chaitra Mass 2023: फाल्गुन माह का समापन हो चुका है और चैत्र माह की शुरुआत हो चुकी है. 9 मार्च से चैत्र माह शुरू हो गया है और इसका समापन 6 अप्रैल 2023 को होगा. हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के आखिरी दिन पूर्णिमा तिथि के दिन चंद्रमा चित्रा नक्षत्र होने के कारण इस माह का नाम चैत्र माह रखा गया है. आइए जानते हैं कि चैत्र माह में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करें.


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चैत्र माह में क्या करना चाहिए


- चैत्र माह से सर्दियों का समापन होने लगता है और मौसम में बदलाव आने लगता है. इसलिए आयुर्वेद और अध्यात्म के अनुसार चैत्र माह में शीतल जल से स्नान करना स्वास्थ्य के लिए सही रहता है.


सूर्य देव की पूजा करना माना जाता है शुभ


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस माह में सूर्य देव की पूजा करना शुभ माना गया है. कहते हैं कि इस माह में सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में प्रकाश आता है. इतना ही नहीं, अगर आपकी कुंडली में सूर्य दोष है, तो वे भी इस माह में दूर हो जाता है. इस माह में नियमित रूप से सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना गया है. इस माह में सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए गुड़हल का फूल और लाल चंदन मिला सकते हैं. इससे व्यक्ति के जीवन में अनुशासन आता है. मन में बुरे विचार और छल कपट आने भी बंद हो जाते हैं.


श्री हरि की उपासना का है महत्व


चैत्र माह में भगवान विष्णु की उपासना का भी विशेष महत्व बताया गया है. इस माह में भगवान विष्णु के मछली स्वरूप की उपासना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. साथ ही, आर्थिक स्थिति में भी मजबूती आती है.


महाभारत में कही गई है ये बात


धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि इस माह में सिर्फ एक समय ही भोजन करना चाहिए. इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थों का सेवन करें. इससे शरीर और दिमाग दोनों में ताजगी बनी रहेगी और स्वास्थ्य में सुधार होगा.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)