Dhanteras 2022 Remedy: पंच दिवसीय दीप पर्व धनतेरस के दिन से प्रारंभ होता है. इसलिए धनतेरस के दिन से ही लक्ष्मी के आह्वान, रोग, दोष, क्लेश से छुटकारा पाने की पूजा उपासना भी शुरू हो जाती है. यदि आप पारिवारिक कलह, दरिद्रता और बाधाओं से छुटकारा पाने के साथ ही स्वास्थ्य, सुख, शांति और लक्ष्मी की आमद चाहते हैं तो इस बार आने वाले इन त्योहारों को यूं ही न जाने दें और कर डालिए छोटे-छोटे उपाय.


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यमराज को करें खुश 


धनतेरस का दिन यमराज का दिन भी कहलाता है, इसलिए इस दिन यम को प्रसन्न करने से वर्ष पर परिवार में शांति और सुख कायम रहता है. यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन स्वास्थ्य के देवता धन्वंतरि का भी जन्मदिन है, जो लोगों को निरोग होने का वरदान देते हैं. यम का वास जल के किनारे होता है और भगवान धन्वन्तरि भी समुद्र मंथन के समय जल से प्रकट हुए थे. अतः इस दिन जल पूजन और दीपदान करना चाहिए, ताकि दोनों देवता प्रसन्न रहें.


करें ये उपाय


अगर घर में अशांति हो, सास-बहू, पिता-पुत्र, पति-पत्नी के मध्य किसी भी प्रकार की कलह हो, संतान प्राप्ति में बाधा हो या संतान गलत रास्ते पर चल पड़ी हो, बेटा-बेटी के विवाह में अड़चन आ रही हो, स्वयं किसी कुयोग के कारण परेशान हों, परिवार के सदस्यों को असाध्य रोग हों, व्यापार में बरकत नहीं हो रही हो या फिर नौकरी में किसी भी तरह की परेशानी अनुभव कर रहे हों तो इन उपायों को करना चाहिए. नौकरी के अंदर बहुत समय से प्रमोशन रुका होने, स्वयं पितृदोष या ग्रहों की पीड़ा से परेशान हों या फिर राहु और शनि ग्रह की पीड़ा से परेशानी हो रही है तो फिर धनतेरस के दिन यम देवता की निष्ठापूर्वक पूजा करनी चाहिए. जो लोग किसी भी परेशानी से पीड़ित न हों, उन्हें भी धनतेरस के दिन जल का पूजन कर दीप दान करना चाहिए. यह कार्य आप किसी भी नहर या नदी के किनारे कर सकते हैं.


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