​Karwa Chauth: आज करवाचौथ है. सभी सुहागन बहनों को इस पर्व की शुभकामनाएं. हम गौरी माता से प्रार्थना करते हैं कि आप सभी का सुहाग सलामत रहे. शनि की बहन 'भद्रा' शुभ कार्य में विघ्न मानी जाती हैं. इसलिए किसी भी शुभ कार्य से पहले हम भद्रा के समय को जरूर देखते हैं. पर यहां बड़ा सवाल यह है कि क्या करवाचौथ पर शनि की बहन टेंशन बढ़ा सकती हैं. आखिर क्यों इस बार के करवाचौथ को लेकर भय का माहौल है? अटल सुहाग के वरदान वाले इस व्रत पर भद्रा का 'साया' दिख रहा है. कुछ लोग इसे संकटकारी बता रहे हैं. दरअसल कुछ लोगों का लग रहा है कि भद्रा के साए में शुरू हो रहे करवाचौथ से दंपत्ति के वैवाहिक जीवन पर कहीं कोई असर तो नहीं पड़ जाएगा? आखिर क्या होगा इसका असर? इस भय और भ्रम पर सटीक मार्गदर्शन के लिए ज़ी न्यूज़ ने देश के 5 बड़े ज्योतिषाचार्यों से बात की है कि करवाचौथ पर भद्रा का भय कितना बड़ा है?


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ऐसे तमाम सवालों का जवाब ज़ी न्यूज़ के स्टूडियो में महिला ज्योतिषियों के बड़े पैनल ने दिया. ओवर आल बात करें तो कई सवालों के परिप्रेक्ष्य में बताया गया - 'पूजन के प्रमुख काम-काज के लिए राहुकाल (Sunday 4:30 pm - 6:00 pm) का समय अवाइड कर सकते हैं. नारियल का पानी या नारियल सरगी के समय खा सकते हैं. दूध की चाय पी सकती हैं. परिवार में सास यदि यह व्रत करती हों तो पूजा के लिए उनके बताए तौर तरीके फॉलो करें. 20 अक्टूबर को गजकेसरी योग बन रहा है. करवा चौथ के दिन इस योग का बनना बड़े सौभाग्य का सूचक है. आपके पति की तरक्की हो सकती है, क्योंकि चंद्रमा बलशाली पोजिशन में है. इस करवा चौथ पर पूजा करने से हसबैंड-वाइफ (husband-wife) के बीच का विवाद भी सुलझ सकता है. यह योग हर महिला के लिए सौभाग्यकारक है. 'भद्रा' से भयभीत होने की जरूरत नहीं है. 'गजकेसरी' के अलावा दो और शुभ योग बन रहे हैं. ऐसे में भद्रा से कोई नुकसान नहीं दिख रहा है. संभव हो तो विधिवत16 श्रंगार करें. पूजा की थाली को सजाएं. बड़ों का आशीर्वाद लें. पति या किसी से झगड़ा न करें. भद्रा से न घबड़ाएं. कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी, भद्रा से न डरें. पॉजिटिव रहें चांद को देखकर पति के हाथ से पानी पीकर पारायण करें'.


भद्रा का समय 06.26 से 06.46 तक है. पहले गौरी-गणेश की पूजा होगी. पूजा का समय - शाम 05.54 से 07.01 तक. चंद्रोदय का समय -  आज शाम 07.53 पर


ज्योतिषियों की राय



करवा चौथ टाइमिंग


करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय शाम 07 बजकर 53 मिनट बताया जा रहा है. दिल्ली में चंद्रोदय रात 9 बजकर 10 मिनट पर हो सकता है, जिसके बाद महिलाएं चंद्रमां को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोल सकती हैं. करवा चौथ व्रत तिथि और मुहूर्त (Karwa Chauth 2024 Shubh Muhurt) के बारे में बात करें तो पंचांग के हिसाब से कार्तिक कृष्ण चतुर्थी की तिथि 20 अक्टूबर को सुबह 06.46 बजे से शुरू होगी और 21 अक्टूबर को सुबह 04.16 बजे तक रहेगी. ऐसे में करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर दिन रविवार को रखा जाएगा. करवा चौथ पर पूजा का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर की शाम 5 बजकर 46 मिनट से शाम 7 बजकर 02 मिनट तक रहेगा.


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करवाचौथ पूजन विधि-


कथा सुनते समय हाथ में जल और अक्षत लेकर बैठें. रात में चंद्रमा के दर्शन के बाद ही व्रत का समापन होता है. चंद्रमा को जल अर्पित करें और उसे अर्घ्य दें. पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करें. चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति को जल से अर्घ्य दें. पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ें.करवा चौथ के व्रत के नियम और सावधानियांकरवा चौथ का केवल सुहागनें या जिनका रिश्ता तय हो गया है, उन्हें ही रखना चाहिए. यह व्रत सूर्योदय से चंद्रोदय तक रखा जाएगा. यह व्रत निर्जला या विशेष परिस्थितियों में जल के साथ रखा जा सकता है. व्रत रखने वाली महिलाओं को काला या सफेद वस्त्र पहनने से बचना चाहिए. आप लाल या पीला वस्त्र पहन सकते हैं. इस दिन पूर्ण श्रंगार और पूर्ण भोजन जरूर करना चाहिए.


पुलिस की अपील



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करवाचौथ - राशि अनुसार क्या करें?


मेष राशि 
गुड़, तांबे का दान करना शुभ होगा.
लाल, नारंगी रंग के कपड़ों में पूजा करें.


वृष राशि
चावल का दान करना शुभ होगा.
सिल्वर चूड़ियां पहनने से लाभ बढ़ेगा.


मिथुन राशि
हरे कपड़े या मूंग का दान करना शुभ है.
हरी चूड़ियां और कपड़े पहनकर पूजा करें.


कर्क राशि
चांदी और दूध का दान करना शुभ होगा.
लाल रंग के कपड़े पहनकर पूजा करें.
माँ गौरी को सफ़ेद मिठाई का भोग लगाएं.


सिंह राशि
गेंहू का दान करना शुभ होगा.
लाल या नारंगी कपड़े पहनकर पूजा करें.


कन्या राशि
हरे फल का दान करना शुभ होगा.
पीले कपड़े और हरी चूड़ियां पहनें.


तुला राशि
श्रृंगार में लाल रंग की चीजों का प्रयोग करें.
लाल सिंदूर लगाएं, लाल चूड़ियां पहनें.


वृश्चिक राशि
लाल वस्त्र, तांबे का दान करना शुभ होगा.
लाल साड़ी पहनकर पूजा करना शुभ होगा.


धनु राशि
पीले कपड़े का दान करना शुभ होगा.
पीले या सुनहरे रंग के कपड़े पहनें.
पूजा में पीले फूलों का इस्तेमाल करें.


मकर राशि
सुनहरे रंग के कपड़े पहनें.
माँ गौरी की सेवा करें, तिल दान करें.


कुंभ राशि
नीले कपड़ों का दान करना शुभ होगा.
चाँदी के लोटे से चंद्रमा को अर्घ्य दें.


मीन राशि
पीले या सुनहरे रंग के कपड़े पहनें.
पीले फूल और बेसन का दान शुभ होगा.


(डिस्क्लेमर: प्रिय पाठक हमारी ये खबर ध्यान से पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद. ये आर्टिकल ज़ी न्यूज़ स्टूडियो पर बैठीं सम्मानित महिला ज्योतिषियों के इनपुट से लिखी गई है.)