Kalaram Mandir: 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां पूरे जोरों-शोरों से चल रही हैं. प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां एक दम अंतिम छोर में हैं. इसी बीच पीएम मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन के अनुष्ठान की शुरुआत की है. अनुष्ठान की शुरुआत नासिक के पंचवटी से की गई है. इससे पहले पीएम मोदी ने कालाराम मंदिर में दर्शन किए हैं. आज हम आपको भगवान राम के सबसे प्राचीन मंदिरों से से एक मंदिर यानी कालाराम मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं. 


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कहा है स्थित?


 


कालाराम मंदिर एक प्राचीन मंदिर है जो भगवान श्री राम, लक्ष्मण और माता सीता को समर्पित है. ये नासिक पंचवटी के पास स्थित है. बता दें कि इस मंदिर का निर्माण 1782 में हुआ था. ये मंदिर पहले लकड़ी का बना हुआ था और निर्माण में पूरे 12 साल का समय लगा था. इस मंदिर के चारों तरह 17 फीट ऊंची दीवारें हैं और पूरा मंदिर परिसर 245 फीट लंबा और 105 फीट चौड़ा है. ये मंदिर प्रभु श्री राम के सबसे सुंदर मंदिरों में से एक है.


 


श्री राम ने बिताया था वनवास का अधिकांश समय


 


माना जाता है कि वनवास के दौरान प्रभु श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ पंचवटी में अपना अधिकांश समय बिताया था. इस जगह की काफी सारी पौराणिक कथाएं हैं. आइए जानते हैं कालाराम मंदिर से जुड़ी कथाओं के बारे में.


 


कालाराम मंदिर से जुड़ी कथाएं


 


धार्मिक कथाओं के मुताबिक जब प्रभु श्री राम वनवास के दौरान पंचवटी में रुके थे तब ऋषि मुनियों ने उनसे यह प्रार्थना की थी कि वह उन्हें राक्षसों के प्रकोप से मुक्ति दिला दें. श्री राम ने उनकी प्रार्थना स्वीकार की और काला रूप धारण कर राक्षसों के प्रकोप से ऋषि मुनियों को मुक्ति दिलाई थी. कालाराम मंदिर में श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण जी की खड़ी मुद्रा में मूर्ति मौजूद है जो काले पत्थर से बनाई गई है.


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)