Neem Karoli Baba Tips: बाबा नीम करोली के बारे में आज कौन नहीं जानता है. उत्तराखंड में ऋषिकेश से आगे उनका प्रसिद्ध कैंची धाम है. उनका स्वभाव बेहद सरल और सहज था. उनका जन्म यूपी के अकबरपुर गांव में हुआ था. कई लोग उन्हें बजरंग बली का अवतार मानते हैं. नीम करोली बाबा अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन उनके उपदेश अब भी लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने अपने अनुयायियों से कहा था कि जीवन की 4 ऐसी बातें हैं, जिन्हें कभी भी दूसरों के साथ साझा नहीं करना चाहिए. ऐसा न करने पर जिंदगी में परेशानियां और संकट झेलने पड़ते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

किसी से साझा न करें ये 4 बातें


अपनी कमजोरी या ताकत न करें उजागर


नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba Quotes in Hindi) कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति के सामने अपनी ताकत या कमजोरी कभी उजागर नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से शत्रु आपकी रणनीति जानकर सतर्क हो सकते हैं और जवाबी रणनीति बनाकर आप पर काउंटर अटैक कर सकते हैं. इस चूक की वजह से लड़ाई से पहले ही आपकी पराजय सुनिश्चित हो सकती है. लिहाजा अपनी ताकत और कमजोरी को गुप्त रखें, जिससे शत्रु में हमेशा आपका खौफ और भ्रम बना रहे. 


अपनी आमदनी का कभी न करें खुलासा


किसी भी समझदार इंसान को दूसरों के सामने अपनी आमदनी का जिक्र नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से लोगों की आपकी आय पर बुरी नजर पड़ सकती है. साथ ही वे पैसों के हिसाब से आपके स्तर को भी आंकना शुरू कर देते हैं. इन दोनों ही बातों से आप किसी भी दिन बड़े खतरे में आ सकते हैं. इसलिए जितना हो सके, अपनी आमदनी को गुप्त ही रखने का प्रयास करें. 


अतीत में हुई घटनाओं का न करें वर्णन


हरेक व्यक्ति के जीवन में कुछ न कुछ अच्छा या बुरा घटा होता है. इस अतीत को कभी भी दूसरों के सामने जाहिर नहीं करना चाहिए. अगर आपने अतीत में कोई बुरा काम किया होगा तो उसके बारे में जानकर दूसरे लोग कभी भी आप पर उंगली उठा सकते हैं. जिससे आपको समाज में शर्मिंदगी और परेशानियां झेलनी पड़ जाती हैं. 


दान-पुण्य का कभी न करें बखान 


नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba Quotes in Hindi) कहते हैं कि जीवन में दान-पुण्य करना किसी भी व्यक्ति का निजी फैसला होना चाहिए. इस दान-पुण्य का कभी भी दूसरों के सामने बखान नहीं करना चाहिए वरना उसका महत्व खत्म हो जाता है. ऐसा करने पर समाज में आपकी छवि अहंकारी और दिखावा करने वाले व्यक्ति के रूप में बन सकती है. साथ ही आध्यात्मिक रूझान पर भी सवालिया निशान लग सकता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें