Radha Rani Aarti In Hindi: भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन व्रत रखने और पूजा-पाठ आदि करने से राधा-रानी प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर कृपा बरसाती हैं. इस दिन किशोरी जी के मंदिर में खूब रौनक देखने को मिलती है. मान्यता है कि इस जिन राधा रानी का अवतरण हुआ था. इस साल राधा अष्टमी का त्योहार 11 सितंबर के दिन पड़ रहा है. इस दिन राधा रानी के साथ विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाती है. और उनके प्रिय भोग लगाया जाता है. पूजा में राधा रानी की आरती का खास महत्व बताया गया है. ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. 


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आरती श्री  राधा रानी जी की


आरती राधाजी की कीजै।


कृष्ण संग जो कर निवासा, कृष्ण करे जिन पर विश्वासा।


आरती वृषभानु लली की कीजै। आरती


कृष्णचन्द्र की करी सहाई, मुंह में आनि रूप दिखाई।


उस शक्ति की आरती कीजै। आरती


नंद पुत्र से प्रीति बढ़ाई, यमुना तट पर रास रचाई।


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आरती रास रसाई की कीजै। आरती


प्रेम राह जिनसे बतलाई, निर्गुण भक्ति नहीं अपनाई।


आरती राधाजी की कीजै। आरती


दुनिया की जो रक्षा करती, भक्तजनों के दुख सब हरती।


आरती दु:ख हरणीजी की कीजै। आरती


दुनिया की जो जननी कहावे, निज पुत्रों की धीर बंधावे।


आरती जगत माता की कीजै। आरती


निज पुत्रों के काज संवारे, रनवीरा के कष्ट निवारे।


आरती विश्वमाता की कीजै। आरती राधाजी की 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)