नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र (Jyotish) की मानें तो हमारे जीवन पर ग्रहों का विशेष प्रभाव माना जाता है. ऐसे में अगर शनि ग्रह जिनका नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं, अगर वह अशांत हो जाए तो जीवन में समस्याएं शुरू हो जाती हैं. इसलिए शनि दोष से बचने और शनिदेव (Shanidev) को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा और व्रत रखने की सलाह दी जाती है. शनिदेव को वैसे भी न्याय का देवता कहा जाता है क्योंकि वह हर व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. वैसे तो श्रद्धा के साथ शनिवार का व्रत (Saturday Fast) कोई भी रख सकता है, लेकिन किन लोगों को यह व्रत जरूर रखना चाहिए, इस बारे में यहां पढ़ें.


इन लोगों को रखना चाहिए शनिवार का व्रत


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1. साल 2020 में शनिदेव ने राशि परिवर्तन किया था और वे फिलहाल अपनी ही राशि मकर राशि में हैं. इसलिए साल 2021 में कुंभ राशि के लोगों की साढ़ेसाती रहेगी. लिहाजा अगर आपकी राशि मकर (Capricron) या कुंभ (Aquarius) है तो आपको शनिवार का व्रत जरूर रखना चाहिए.


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2. ज्योतिष एक्सपर्ट्स की मानें तो जिन लोगों की शनि की साढ़ेसाती (Sadhesati) या शनि की ढैया चल रही हो उन्हें भी शनिवार का व्रत अवश्य करना चाहिए. ऐसा करने से साढ़ेसाती के कारण आने वाली परेशानियां कम हो जाती हैं.


3. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि नीच का यानी कमजोर हो तो उसे भी शनिवार का व्रत रखना चाहिए. इसके अलावा अगर शनि से जुड़े किसी भी तरह के दोष (Shani dosh) की वजह से घर में लड़ाई-झगड़े हो रहे हों, कर्ज लेना पड़ रहा हो, मकान का कोई हिस्सा गिर जाए या आर्थिक समस्याएं इतनी बढ़ जाए कि मकान बिकने की नौबत आ जाए तो ऐसे लोगों को भी शनिवार का व्रत रखना चाहिए.


4. अगर आपका शनिवार के दिन किसी न किसी से झगड़ा हो जाता है, पैसों से जुड़ा भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है, या फिर अगर आपके द्वारा खरीदी गई कोई भी चीज जल्दी खराब हो जा रही है या टूट जा रही है और कई बार ऐसा हो चुका हो तो आपके लिए शनिवार का व्रत रखना फलदायी हो सकता है.


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5. कुंडली में राहु केतु (Rahu ketu) से जुड़ी कोई समस्या तो उन लोगों को भी शनिवार का व्रत रखना चाहिए. ऐसा करने से राहु, केतु की कुदृष्टि से सुरक्षा मिलती है और अगर शनिदेव खुश हो जाएं तो व्यक्ति को धन-संपत्ति और सम्मान की प्राप्ति होती है.


कितने शनिवार तक करना चाहिए व्रत


ज्योतिष शास्त्र की मानें तो अगर आप शनिवार का व्रत करने का संकल्प लेते हैं तो आपको 7 शनिवार तक व्रत रखना चाहिए. शनिवार का व्रत रखना शुरू करना चाहते हैं तो शुक्ल पक्ष के पहले शनिवार से व्रत आरंभ करें. हालांकि अगर आप श्रावण मास में शनिवार का व्रत प्रारंभ करते हैं तो उसका विशेष लाभ मिलता है. 


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शनिवार व्रत के नियम


ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करने के बाद पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें. फिर शनिदेव की मूर्ति पर काला वस्त्र, फूल, काला तिल, धूप व तेल अर्पित करें. फिर पीपल के पेड़ के तने पर सूत का धागा 7 बार परिकर्मा करके बांधे. इसके बाद शनिदेव के मंत्र का उच्चारण करें. आप लोहे की वस्तु, धन आदि का दान भी कर सकते है, इससे हर परेशानी दूर होती है. काली चीजों का दान श्रेष्‍ठ है. शनिवार व्रत के दौरान नमक नहीं खाना चाहिए. इस दिन नीले, बैंगनी या काले रंग के कपड़े पहनें. शनिवार का व्रत करने वाले लोगों को शनिदेव के साथ ही शिवजी और हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए.


(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें)


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