नई दिल्ली. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) दिशाओं (Directions) पर निर्भर होता है. वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व माना गया है. इसमें दिशाओं के आधार पर ही मंगल और अमंगल तय होता है. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के नियमों का पालन करने से सुख-समृद्धि आती है. वहीं, इसकी अनदेखी कई बार संकट पैदा करती है.


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अक्सर लोग किसी भी दिशा में पैर करके सो जाते हैं. वास्तु के अनुसार, सोते समय सिर और पैरों का सही दिशा में होना बेहद आवश्यक है. किसी भी दिशा में पैर और सिर करके सोने से मानसिक और आर्थिक परेशानियां घेर लेती हैं. आज हम आपको बताएंगे कि वास्तु के अनुसार (Vastu Tips) व्यक्ति को कौन सी दिशा में सिर और पैर करके सोना चाहिए (Sleeping Direction).


वास्तु शास्त्र के अनुसार सोने के सही तरीके


1. वास्तु के अनुसार, कभी भी उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर सिर करके नहीं सोना चाहिए. ऐसे सोने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. साथ ही तनाव बढ़ता है. वास्तु के अनुसार, हमेशा दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए.


2. वास्तु के अनुसार, जो लड़के-लड़कियां विवाह के योग्य हैं, उन्हें उत्तर दिशा की ओर पैर करके सोना चाहिए. ऐसा करने से उनके विवाह का जल्द योग बनता है.


3. वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि कभी भी विवाहित महिलाओं को घर के वायव्य कोण में नहीं सोना चाहिए. इस दिशा में सोने से मन में अलग घर बसाने की सोच चलने लगती हैं.


4. वास्तु के अनुसार, घर के बड़े-बुजुर्गों को पश्चिम दिशा की ओर पैर करके सोना चाहिए. पश्चिम दिशा की ओर पैर करके सोने से स्वास्थ्य ठीक रहता है.


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5. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सोने वाली जगह पर गलती से भी प्लास्टिक के फूल व पेड़-पौधे नहीं रखने चाहिए. ऐसा करने से घर में कंगाली आती है.


6. रोजाना सुबह-शाम कपूर जलाकार सभी कमरों में दिखाना चाहिए. ऐसा करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा आती है. 


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