वॉशिंगटन: डायनोसोर के धरती से विलुप्त होने को लेकर ज्यादातर वैज्ञानिक मानते हैं कि ऐसा ऐस्टरॉइड (Asteroid) की टक्कर से हुआ होगा. ऐसा माना जाता है कि ऐस्टरॉइड की धरती से टक्कर इतनी जोरदार थी कि डायनोसोर (Dinosaur) के हिस्से अंतरिक्ष तक पहुंच गए होंगे. 


असली डायनोसोर्स के साथ ऐसा ही हुआ होगा?


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हाल ही में ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया गया. @WEIRDPHYSICS नाम के ट्विटर अकाउंट पर शेयर किए गए इस वीडियो में एक टॉय डायनोसोर को दिखाया गया है. ये डायनोसोर ट्रैंपलीन पर खड़ा है और तभी एक बड़ी सी गेंद जैसी चीज गिरती है. पहले टॉय डायनोसोर वैसे ही रहता, लेकिन जब गेंद जैसी चीज नीचे से दोबारा ऊपर आती है, तब डायनोसोर उछलकर ऊपर चला जाता है. इस वीडियो को अब तक 1.4 मिलियन व्यूज मिल चुके हैं.


वीडियो में न्यूटन के First Law of Motion को दिखाया गया है. इस पोस्ट पर एक यूजर ने सवाल भी किया कि क्या कुछ ऐसा ही असली डायनोसोर्स के साथ भी हुआ होगा?



ऐस्टरॉइड की टक्कर


बता दें कि साल 2017 में आई पीटर ब्रैनन की किताब 'दि एंड ऑफ द वर्ल्ड' में किताब में जियोफिजिसिस्ट मारियो रेबोलेडो के हवाले से लिखा गया है कि ऐस्टरॉइड के अटमॉस्फीरिक प्रेशर से ही जमीन में गड्ढा होने लगा था. तब धरती से ऐस्टरॉइड की टक्कर हुई भी नहीं थी.


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डायनोसोर की हड्डियां चांद पर?


पीटर ब्रैनन, जो एक अवॉर्ड विनर साइंस जर्नलिस्ट हैं, उन्होंने अपनी किताब में आगे बताया है कि रेबोलेडो ने कहा, 'यह ऐस्टरॉइड इतना विशाल था कि वायुमंडल में दाखिल होने पर उसे कोई नुकसान नहीं हुआ और वह पूरी तरह जमीन पर आ गया होगा. ऐस्टरॉइड से पैदा हुए दबाव की वजह से ऊपर आसमान में हवा की जगह वैक्यूम पैदा हुआ और जब इस वैक्यूम को भरने के लिए हवा बही तो धरती के टुकड़े कक्षा से भी आगे निकल गए.'


रिबोलेडो ने ये संभावना भी जताई कि हो सकता है, डायनोसोर की हड्डियां चांद पर हों.