What is Black Hole: हमारे सिर के ऊपर घूम रहा ये नीला आसमान दिनभर जितने खूबसूरती से रंग बदलता है, उससे कई गुना ज्यादा ये रहस्यमयी भी है. दशकों की रिसर्च के बाद वैज्ञानिक अगर इसके किसी एक रहस्य को उजागर करते हैं तो अगले समय में उनके सामने और बढ़ा प्रश्न आकर खड़ा हो जाता है. इस बार भी वैज्ञानिकों के सामने एक ऐसा ही सवाल है. अतंरिक्ष में मौजूद एक ब्लैक होल सालों पहले निगले हुए तारे के अवशेषों को बाहर की ओर उगल रहा है. इससे एक अनोखी रोशनी बाहर की तरफ निकल रही है.


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क्या है पूरा मामला?


वैज्ञानिकों को स्पेस में एक ऐसा ब्लैक होल मिला है जो तारे के अवशेष उगल रहा है. अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए ये घटना बहुत आम है लेकिन रिसर्चर इस बात को समझने में असमर्थ हैं कि ये घटना इतने लम्बे अंतराल के बाद क्यों हो रही है? आपको बता दें कि इस ब्लैक होल के पास साल 2018 में एक तारा टुकड़ों में बिखर रहा था. इस तरह की घटनाएं रिसर्चर्स को अक्सर दिखती रहती हैं. अब तीन साल बाद उसी ब्लैक होल से रोशनी के जैसे कुछ चीजें बाहर निकल रही हैं. ब्लैक होल के पास जाकर जिस तारे के टुकड़े-टुकड़े हो गए वो हमारी आकाशगंगा से करीब 66.5 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है.



क्या कहते हैं वैज्ञानिक?


एस्ट्रोफिजिकल (Astrophysical) जर्नल में छपी एक रिपोर्ट बातती है कि यह घटना हैरान करने वाली है. सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के रिसर्च एसोसिएट यवेटे सेंडेस (Yvette Cendes) ने कहा कि इस घटना पर रिसर्च करके हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि किसी ब्लैक होल का फीडिंग टेक्निक या फीडिंग व्यहवार कैसा होता है? दुनियाभर की कई ऑब्ज़रवेटरी के इकट्ठा किए डाटा को एनालिसिस कर वैज्ञानिक इसे समझने की कोशिश कर रहे हैं. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एस्ट्रोनॉमी के एक प्रोफेसर ने कहा कि वो सालों से टाइडल डिसरप्शन (Tidal disruption event) की स्टडी कर रहे हैं. टाइडल डिसरप्शन एक ऐसी घटना है कि जब कोई तारा ब्लैक होल के पास आता है तो एक तरह का गुरुत्वाकर्षण बल लगता है और तारा धीरे-धीरे फैलने लगता है. अंत सारा मैटेरियल ब्लैक होल के आस-पास फैल जाता है और इससे एक रोशनी निकलती है.


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