जो व्हेल कभी जिंदा नहीं देखी गई, वैज्ञानिकों ने उसकी लाश की चीर-फाड़ कर डाली; भीतर क्या मिला?
Spade-toothed Whale: यह व्हेल प्रजाति इतनी दुर्लभ है कि इसे कभी जीवित नहीं देखा गया. इसके शव की चीर फाड़ करके वैज्ञानिकों को इसके रहस्यों के बारे में पता लग सकता है.
Science News in Hindi: न्यूजीलैंड के वैज्ञानिक पहली बार दुनिया की सबसे दुर्लभ व्हेल, 'स्पेड-टूथेड व्हेल' के शव की चीर-फाड़ में जुटे हैं. व्हेल की इस प्रजाति को आज तक कभी जिंदा नहीं देखा गया है. अब तक इस तरह की केवल सात व्हेल ही देखी गई हैं, सब की सब मरी हुई. इस रहस्यमयी प्रजाति के बारे में लगभग कुछ भी पता नहीं है. लेकिन सोमवार से, न्यूजीलैंड में साइंटिस्ट्स की एक टीम लगभग पूरी तरह से संरक्षित कुदाल-दांतेदार व्हेल (spade-tooth whale) की चीर-फाड़ कर रही है, ताकि इस रहस्य को सुलझाया जा सके. यह व्हेल की इस प्रजाति के डिसेक्शन का पहला वाकया है. उम्मीद है कि कुछ दिनों के भीतर हमें इस व्हेल के बारे में काफी कुछ पता चल जाएगा.
क्यों इतनी दुर्लभ है यह व्हेल?
Spade-toothed Whale एक तरह की चोंच वाली व्हेल होती है. इसे यह नाम इसलिए मिला है क्योंकि उनके दांत कुदाल जैसे 'फ्लेंसिंग' ब्लेड से मिलते-जुलते हैं. इन ब्लेड्स का इस्तेमाल कभी व्हेल की चर्बी को छीलने के लिए किया जाता था. कुदाल-दांतेदार व्हेल इतनी दुर्लभ है कि इसके अलावा, अब तक केवल छह अन्य कुदाल-दांतेदार व्हेल ही पाई गई हैं. इससे पहले, जो भी व्हेल पूरी तरह से सुरक्षित पाई गईं, उन्हें DNA टेस्ट द्वारा उनकी पहचान सत्यापित किए जाने से पहले ही दफना दिया गया था.
वैज्ञानिकों को कुदाल-दांतेदार व्हेल के बारे में कुछ नहीं पता है. हम नहीं जानते कि समुद्र में ये व्हेल कहां रहती हैं, उन्हें जंगल में कभी क्यों नहीं देखा गया, या उनका दिमाग कैसा दिखता है. सभी चोंच वाली व्हेल के पेट की प्रणाली अलग-अलग होती है. रिसर्चर्स को यह नहीं पता कि कुदाल-दांतेदार व्हेल अपने भोजन को कैसे प्रोसेस करती है. उन्हें यह भी नहीं पता कि यह व्हेल कैसे मरी.
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पांच फुल लंबे नर व्हेल का डिसेक्शन
इस कुदाल-दांतेदार व्हेल की लंबाई पांच मीटर है और यह एक नर है. इसका शव जुलाई 2024 में साउथ आइलैंड के तट पर बहकर आया था. दुर्लभ व्हेल की खोज ने सिटेसियन एक्सपर्ट्स को जोश से भर दिया था. दशकों पहले पाए गए ऐसे नमूनों के ऊतकों और हड्डियों के आधार पर इन दुर्लभ जीवों के बारे में बहुत कम जानकारी थी. सोमवार से, अंतरराष्ट्रीय और कीवी वैज्ञानिकों ने व्हेल का एग्जामिनेशन शुरू किया है.