चांद पर घर के लिए धरती से सामान नहीं ले जाएगा ड्रैगन, वहीं की मिट्टी से ईंटें बनाने की तैयारी में चीन
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चांद पर घर के लिए धरती से सामान नहीं ले जाएगा ड्रैगन, वहीं की मिट्टी से ईंटें बनाने की तैयारी में चीन

China Moon Base News: चंद्रमा पर अपना बेस बनाने की तैयारी कर रहे चीन ने वैज्ञानिकों को एक दिलचस्प मिशन पर लगाया है. वे चंद्रमा की मिट्टी से ईंटें बनाने की क्षमता हासिल करने में जुटे हैं.

चांद पर घर के लिए धरती से सामान नहीं ले जाएगा ड्रैगन, वहीं की मिट्टी से ईंटें बनाने की तैयारी में चीन

Science News in Hindi: चीनी वैज्ञानिक चंद्रमा की मिट्टी से ईंटें बनाने की क्षमता हासिल करने में जुटे हैं. वे इन्हीं ईंटों की मदद से चंद्रमा पर अपना बेस बनाना चाहते हैं. चाइना सेंट्रल टेलीविजन (CCTV) के एक ताजा वीडियो से इस बात का पता चला. उस वीडियो में एक एनिमेशन है जो दिखाता है कि एक रोबोट चंद्रमा पर आवास बनाने के लिए काम कर रहा है. वैज्ञानिक चंद्रमा पर आवास को हकीकत बनाने के लिए कंक्रीट के साथ प्रयोग कर रहे हैं.

चीनी स्पेस स्टेशन पर भेजी गईं प्रयोग वाली ईंटें

Tianzhou 8 रीसप्लाई मिशन 15 नवंबर को चीन के स्पेस स्टेशन, तियानगोंग के लिए रवाना हुआ था. इसमें जो सामान रखकर भेजा गया, उसमें चंद्रमा की मिट्टी से बनी ईंटों का एक समूह भी शामिल था. धरती से किसी सामान को चंद्रमा पर पहुंचाना बेहद खर्चीला और चुनौतीपूर्ण है. ऐसे में वहां के संसाधनों का इस्तेमाल न सिर्फ किफायती साबित होगा, बल्कि तमाम लॉजिस्टिकल दिक्कतों से भी नहीं जूझना पड़ेगा. अगर चंद्रमा की मिट्टी से ईंटें बन पाईं तो वहां पर इंसान के घर बसाने की संभावना कई गुना बढ़ सकती है.

चीन ने स्पेस स्टेशन पर जो ईंटें पहुंचाई हैं, उन्हें अगले तीन साल तक बाहर ही रखा जाएगा. ईंटों को लगातार ब्रह्मांडीय किरणों और तापमान में भारी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा. ईंटों को तीन अलग-अलग सिंटरिंग तरीकों के जरिए पांच अलग-अलग सिमुलेटेड मिट्टी की रचनाओं के साथ बनाया गया था. इस प्रयोग का मकसद यह पता लगाना है कि कौन सी ईंटें चंद्रमा पर किसी घर के लिए सबसे अच्छी साबित होंगी.

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कैसी है चांद की मिट्टी?

चंद्रमा की मिट्टी में चट्टानों के टुकड़े, खनिज, कांच के कण और अन्य सामग्रियों का मिश्रण पाया गया है, जो चंद्रमा की सतह पर अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग है. पृथ्वी पर, पूर्वोत्तर चीन के चांगबाई पर्वतों की ज्वालामुखीय राख को चंद्रमा की मिट्टी की संरचना के करीब माना जाता है. इसी वजह से प्रयोगों के लिए नकली मिट्टी बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया है.

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चीन का अगला कदम 2028 में चांग'ई 8 का दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग मिशन होगा. चांग'ई 8 एक रोबोट ले जाएगा जो लूनर रेगोलिथ से ईंट बनाने के लिए 3डी-प्रिंटिंग तकनीकों का टेस्ट करेगा.

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