Science News: आसमान में मौजूद तारों का एक समूह अपने भीतर गहरा राज समेटे हुए हो सकता है. नई खोज इशारा करती है कि हमारी आकाशगंगा के एक स्टार क्लस्टर में तारकीय द्रव्यमान वाले 100 से अधिक ब्लैक होल्स का झुंड भी है. Palomar 5 नामक यह स्टार क्लस्टर करीब 30,000 प्रकाश वर्ष में फैला है. पृथ्‍वी से यह क्लस्टर कोई 80,000 प्रकाश वर्ष दूर है. 


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ब्रह्मांड जितने पुराने तारों का ठिकाना हैं ये क्लस्टर!


वैज्ञानिक ऐसे गोलाकार क्लस्टर्स को प्रारंभिक ब्रह्मांड के 'जीवाश्म' मानते हैं. ये बहुत घने और गोलाकार होते हैं, जिनमें लगभग 100,000 से 1 मिलियन बहुत पुराने तारे होते हैं. इनमें से कुछ तारे जैसे NGC 6397, लगभग ब्रह्मांड जितने पुराने हैं. किसी भी गोलाकार क्लस्टर में, उसके सभी तारे एक ही समय में, एक ही गैस के बादल से बने होते हैं. मिल्की वे में हमें ऐसे लगभग 150 क्लस्टर्स के बारे में मालूम है.


अंतरिक्ष में बहती हैं तारों की नदियां


तारा समूहों का एक और प्रकार भी है जिसमें एस्ट्रोनॉमर्स की दिलचस्पी बढ़ी है. ज्वारीय धाराएं, यानी आसमान में फैली तारों की लंबी नदियां. अब तक इनकी पहचान मुश्किल थी, लेकिन Gaia स्पेस ऑब्जर्वेटरी की मदद से मिल्की वे का थ्री-डाइमेंशन में बेहद सटीक मैप तैयार किया जा रहा है. उससे ऐसी कई धाराओं का पता चला है.


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दसियों में से Palomar 5 को ही क्यों चुना?


तारों की इन नदियों का पहली बार पता 2021 में लगा. तब यूनिवर्सिटी और बार्सिलोना में एस्ट्रोफिजिसिस्ट मार्क जाइल्स ने कहा था कि 'हमें नहीं मालूम कि ये धाराएं कैसे बनती हैं, लेकिन एक विचार है कि वे विघटित तारा समूह हैं.' अब वह कहते हैं, 'हाल ही में खोजी गई धाराओं में से किसी के साथ कोई तारा समूह जुड़ा हुआ नहीं है, इसलिए हम निश्चित नहीं हो सकते. यह समझने के लिए कि ये धाराएं कैसे बनीं, हमें एक ऐसी धारा का अध्ययन करना होगा जिसके साथ कोई स्टार सिस्टम जुड़ा हो. Palomar 5 ऐसा इकलौता केस है, इसलिए हमने इसका विस्तार से अध्ययन किया.'


Palomar 5 इसलिए अनूठा है क्योंकि इसमें तारों का बहुत विस्तृत, बिखरा हुआ वितरण है. इसमें एक लंबी ज्वारीय धारा है, जो आकाश के 20 डिग्री से अधिक क्षेत्र में फैली हुई है. जाइल्स और उनकी टीम ने क्लस्टर में मौजूद हर तारे की कक्षाओं और विकास के सिमुलेशंस रीक्रिएट किए ताकि यह पता चल सके कि वे आज जैसे हैं, वैसे कैसे बने.


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स्टडी के नतीजों ने चौंका दिया


रिसर्च के नतीजों से पता चला कि अगर Palomar 5 के भीतर तारकीय द्रव्यमान वाले ब्लैक होल की आबादी हो, तो आज हमें जैसा दिखता है, वह हो सकता है. जाइल्स ने कहा, 'ब्लैक होल्स की संख्या, क्लस्टर में तारों की संख्या से लगभग तीन गुना अधिक है, और इसका मतलब है कि क्लस्टर के कुल द्रव्यमान का 20 प्रतिशत से अधिक हिस्सा ब्लैक होल्स से बना है.'


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सब खत्म हो जाएगा, बस ब्लैक होल रह जाएंगे!


जाइल्स के मुताबिक, उनमें से हर एक ब्लैक होल का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का लगभग 20 गुना है, और वे विशाल तारों के जीवन के अंतिम समय में सुपरनोवा विस्फोटों के फलस्वरूप बने थे, जब यह क्लस्टर बहुत युवा था.'  टीम के सिमुलेशंस ने दिखाया कि लगभग एक अरब साल में यह क्लस्टर पूरी तरह से गायब हो जाएगा. ऐसा होने से ठीक पहले, क्लस्टर में जो कुछ भी बचा होगा, वह पूरी तरह से ब्लैक होल से बना होगा, जो आकाशगंगा के केंद्र की परिक्रमा करेगा.


इससे पता चलता है कि पालोमर 5 अनूठा नहीं है. यह भी पूरी तरह से एक तारकीय धारा में गायब हो जाएगा, ठीक वैसे ही जैसे हमने बाकी खोजे हैं. स्टडी से यह भी संकेत मिलते हैं कि शायद अन्य गोलाकार क्लस्टर्स का भी यही अंजाम होता हो. जाइल्स और उनकी टीम की रिसर्च Nature Astronomy में छपी है.


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