ब्रह्मांड का राक्षस! अपनी गैलेक्सी को भूखा मार रहा ब्लैक होल, जेम्स वेब टेलीस्कोप की हैरान करने वाली खोज
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ब्रह्मांड का राक्षस! अपनी गैलेक्सी को भूखा मार रहा ब्लैक होल, जेम्स वेब टेलीस्कोप की हैरान करने वाली खोज

James Webb Space Telescope News: जेम्स वेब टेलीस्कोप की मदद से, एस्ट्रोनॉमर्स ने ऐसे ब्लैक होल का पता लगाया है जो अपनी होस्ट आकाशगंगा को भूख से मार रहा है.

ब्रह्मांड का राक्षस! अपनी गैलेक्सी को भूखा मार रहा ब्लैक होल, जेम्स वेब टेलीस्कोप की हैरान करने वाली खोज

Science News: वैज्ञानिक अब तक मानते आए थे कि सुपरमैसिव ब्लैक होल अपनी होस्ट आकाशगंगाओं से ईंधन छीन सकते हैं. इससे आकाशगंगाओं के पास नए तारे बनाने के लिए सामग्री नहीं बचती और वे धीरे-धीरे मौत के मुंह में समा जाती हैं. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) की हालिया खोज ने इस थ्‍योरी पर मुहर लगा दी है. JWST ने ऐसे ब्लैक होल का पता लगाया है जो होस्ट गैलेक्सी को भूखा रखकर मार रहा है. 

उम्र में छोटी, लेकिन आकार में बहुत बड़ी है यह गैलेक्सी

GS-10578 नामक इस आकाशगंगा का 'पाब्लो की गैलेक्सी' भी कहा जाता है. इसका आकार हमारी गैलेक्सी Milky Way जितना बड़ा है. यह पृथ्‍वी से करीब 12 बिलियन प्रकाश वर्ष दूर है मतलब जो प्रकाश धरती तक पहुंचा है, वह उस समय का है जब ब्रह्मांड सिर्फ 2 बिलियन साल पुराना था. पाब्लो की गैलेक्सी का द्रव्यमान हमारे सूर्य के द्रव्यमान से 200 बिलियन गुना अधिक है. इतनी कम उम्र में आकाशगंगा का इतना बड़ा होना हैरान करता है. पाब्लो की गैलेक्सी में मौजूद अधिकतर तारे 12.5-11.5 बिलियन साल पहले बने थे.

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जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने की मदद

'नेचर एस्ट्रोनॉमी' पत्रिका में छपी स्टडी के लीड-ऑथर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में कालवी इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्मोलॉजी के फ्रांसेस्को डी'यूजेनियो है. उन्होंने कहा, 'पहले के ऑब्जर्वेशंस से हम जानते थे कि यह आकाशगंगा बुझ चुकी है: इसके आकार को देखते हुए इसमें बहुत अधिक तारे नहीं बन रहे हैं, और हमें लगता है कि ब्लैक होल और तारा निर्माण के अंत के बीच एक संबंध है. हालांकि, वेब से पहले तक हम इस आकाशगंगा का विस्तार से अध्ययन नहीं कर पाए थे जिससे उस लिंक की पुष्टि हो सके, और हमें यह नहीं पता था कि यह बुझी हुई अवस्था अस्थायी है या स्थायी.'

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नए तारे नहीं बन रहे तो इतनी बड़ी कैसे हो गई?

पाब्लो की गैलेक्सी जैसी 'मृत आकाशगंगाएं' अपना सारा ईंधन खपा चुकी हैं और नए तारे नहीं बना रहीं. छोटे-छोटे विलयों और नजदीकी गैस के जमाव से ऐसी आकाशगंगाएं 'फूल' सकती हैं. लेकिन वे तारा निर्माण की पुरानी दर पर वापस नहीं लौट सकतीं. हालिया स्टडी के पीछे वही टीम है जिसने इसी साल सबसे पुरान मृत आकाशगंगा की खोज की थी. JADES-GS-z7-01-QU नामक उस आकाशगंगा में लगभग 13 बिलियन साल पहले ही तारों का निर्माण रुक गया था, यानी बिग बैंग के महज 700 मिलियन साल बाद ही.

JWST की मदद से ऐसी खोजें हैरान करती हैं क्योंकि शुरुआती ब्रह्मांड में अधिकतर आकाशगंगाएं बड़ी तेजी से तारे बना रही थीं. ऐसे में उस समय इतनी बड़ी मृत आकाशगंगा का मिलना दिलचस्प है. स्टडी के को-ऑथर रॉबर्टो माइओलिनो कहते हैं, 'अगर इसे इस विशाल आकार तक पहुंचने के लिए पर्याप्त समय मिला होता, तो तारा निर्माण को रोकने वाली जो भी प्रक्रिया हुई होती, वह शायद अपेक्षाकृत शीघ्र ही घटित हुई होती.'

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JWST का डेटा दिखाता है कि पाब्लो की गैलेक्सी से लगभग 1,000 किलोमीटर प्रति सेकंड की दर से भारी मात्रा में गैस निकल रही है. यह रफ्तार गैस को आकाशगंगा के गुरुत्वाकर्षण से बाहर निकालने के लिए काफी है. सुपरमैसिव ब्लैक होल वाली अन्य आकाशगंगाओं की तरह, पाब्लो की आकाशगंगा में भी गर्म गैस की तेज हवाएं बह रही हैं. लेकिन इस गैस का द्रव्यमान छोटा है.

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